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Friday, 23 August 2024

जो कौम इतिहास से ना-वाकिफ होती हे, वो इतिहास से मित जाती हे.

 बात करते हैं इस्लाम क़े खूंखार शेरों मेसे एक शेर की*
सुलतान_सलाउद्दीन_अय्युबी_रहा

बेशक जो क़ौम अपनी तारीख़ भूल जाती है,
वो क़ौम सफ़ेहस्ती से मिटा दी जाती है"

वो_कैसा वक्त था जब एक ईसाई बादशाह रिचनल्ड ने मदीने को तहतेग करने का अज़्म लेकर अपनी फौजो से लदे हुए बहरी जहाज़ अरब सरज़मीन के साहिल पर लगा दिये, वो अक़्सर अपने सालारो से एक बात कहता रहता था कि वो हमारे प्यारे नबी #मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह_सल्ल. के रोज़ाए मुबारक को तोड़कर आप सल्ल. के जिस्म मुबारक़ को बाहर निकालेगा।
(नाऊज़बिल्लाह ) 

जब_उसका_ये_मंसूबा_सुल्तान_सलाहुद्दीन_अय्यूबी
तक पहुँचा तो उस मर्दे मुजाहिद ने अपनी तलवार आसमान की तरफ़ लहराकर कहा कि क़सम है मुझे उस पाक़ज़ात की जिसके कब्ज़े में मेरी जान है, रिचनल्ड को मै अपने हाथो से कत्ल करूँगा, हित्तीन की जंग को फतह करने के बाद आठ से ज़्यादा सलीबी बादशाह क़ैद किया गया। *जब रिचनल्ड को सलाहुद्दीन अय्यूबी के सामने लाया गया तो अय्यूबी ने उसे उसके वो अल्फ़ाज़ याद दिलाए जो उसने जनाबे*
*मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह_सल्ल. के बारे में कहे थे।*

*रिचनल्ड_ने_कहा_कि_बादशाह तो इस तरह के काम करते है, अय्यूबी ने कहा कि मैनें क़सम खाई थी कि तुझे अपने हाथो से क़त्ल करूँगा अब तेरे पास सिर्फ बचने का एक ही रास्ता है कि इस्लाम क़ुबूल करके तौबा कर ले रिचनल्ड ने कहा कि मै इस्लाम क़ुबूल नही करूँगा, सलाहुद्दीन अय्यूबी ने अपनी तलवार उठाई और एक ही वार में उसकी गर्दन उड़ा दी ।*

*मेरे_अज़ीज़_साथियो आज अगर किसी से पूछा जाए कि सलाहुद्दीन अय्यूबी कौन है तो शायद ही कोई बता सके* 
मिल्लते इस्लामियां के इस अज़ीम हीरे की इस उम्मते मुस्लिमा पर बहुत एहसान है, शाम और मिस्र के मुख्तार ओ मालिक बादशाह सलाहुद्दीन अय्यूबी के मरते वक्त इस मर्दे मुजाहिद की कुल ज़ायदाद कुछ दिरहम, एक तलवार और उसका एक घोडा था.!

*आज हम लोग मिल्लते इस्लामियां के उस अज़ीम सितारे उस मर्दे मुजाहिद को भूल चुके है, 2अक्टूबर सन् 1178 ईस्वी में सलाहुद्दीन अय्यूबी ने बेतुल मुक़द्दस को ईसाइयो से आज़ाद कराया था।* 

आज फिर वो बेतुल मुक़द्दस यहूदियो के कब्ज़े में है और फिलिस्तीनी बच्चे यहूदियो की आँख से आँख मिलाकर ये तराना पढ़ते है कि...👇

"नाहनुअबनुल_मुस्लिमीन_व_कुल्लुना_सलाहुद्दीन"

तर्जुमा👇
हम मुसलमानों के बच्चे हैं और हममे से हर एक सलाहुद्दीन हैl

7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...