Followers

Tuesday, 23 January 2024

राम विवाद नहीं, समाधान हैं', रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट और संविधान का किया जिक्र।

  Updated at: 22 Jan 2024 05:53 PM (IST)
Ram Temple Inauguration: पीएम मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद कहा कि 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है. उन्होंने इस दौरान बिना नाम लिए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा.

Ram Mandir Pran Prathistha: अयोध्या में भव्य समारोह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समापन हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से संबंधित सभी अनुष्ठान किए. इस खास मौके पर गर्भगृह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे. वहीं मंदिर परिसर में मनोरंजन, क्रिकेट और उद्योग जगत के सैकड़ों लोग इसके साक्षी बने. बड़ी संख्या में साधु-संतों को भी इस कार्यक्रम में बुलाया गया. समारोह के बाद पीएम मोदी ने भगवान राम को साष्टांग प्रणाम किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राम आग नहीं, ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, समाधान हैं. बड़ी बातें-


ABP News - Hindi News
ABP News - Hindi News
ABP WhatsApp
होम न्यूज़ इंडिया 'राम विवाद नहीं, समाधान हैं', रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट और संविधान का किया जिक्र
'राम विवाद नहीं, समाधान हैं', रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट और संविधान का किया जिक्र
एबीपी लाइव
Updated at: 22 Jan 2024 05:53 PM (IST)
FOLLOW US: 
Join us on:

ABP Whatsapp
Whatsapp
ABP telegram
Telegram
Ram Temple Inauguration: पीएम मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद कहा कि 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है. उन्होंने इस दौरान बिना नाम लिए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा.
'राम विवाद नहीं, समाधान हैं', रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी, सुप्रीम कोर्ट और संविधान का किया जिक्र

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी का संबोधन ( Image Source : PTI )

NEXTPREV
Ram Mandir Pran Prathistha: अयोध्या में भव्य समारोह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समापन हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से संबंधित सभी अनुष्ठान किए. इस खास मौके पर गर्भगृह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे. वहीं मंदिर परिसर में मनोरंजन, क्रिकेट और उद्योग जगत के सैकड़ों लोग इसके साक्षी बने. बड़ी संख्या में साधु-संतों को भी इस कार्यक्रम में बुलाया गया. समारोह के बाद पीएम मोदी ने भगवान राम को साष्टांग प्रणाम किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि राम आग नहीं, ऊर्जा हैं. राम विवाद नहीं, समाधान हैं. बड़ी बातें-



1. पीएम मोदी ने विपक्षी दलों का नाम लिए बिना कहा, ''वो भी एक समय था जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए. रामलला के इस मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है. हम देख रहे हैं कि ये निर्माण किसी आग को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है.''


2. पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम देश के संविधान की पहली प्रति में निवास करते थे. उन्होंने कहा, ''संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली. मैं न्यायपालिका को धन्यवाद देना चाहूंगा जिसने न्याय दिया और भगवान राम का मंदिर कानूनी तरीके से बनाया गया.’’ दरअसल, लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2019 में ऐताहासिक फैसले में मंदिर के निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट ने एक मस्जिद के निर्माण के लिए भी पांच एकड़ जमीन आवंटित करने का आदेश दिया था.


3. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. हमारे रामलला अब इस दिव्य मंदिर में रहेंगे. आज हमारे राम आ गए हैं. मेरा पक्का विश्वास और अपार श्रद्धा है कि जो घटित हुआ है, इसकी अनुभूति देश के, विश्व के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी.’’ उन्होंने आगे कहा कि आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है. आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है. पूरा देश आज दीवाली मना रहा है. आज शाम घर-घर रामज्योति प्रज्ज्वलित करने की तैयारी है.


4. पीएम मोदी ने कहा कि ये मंदिर, मात्र एक देव मंदिर नहीं है. ये भारत की दृष्टि का भारत के दर्शन का मंदिर है ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है. राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं और राम भारत की चेतना हैं. 


5. पीएम मोदी ने देश में उत्साह बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘आज मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं, हमारे पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गई होगी, हमारी तपस्या में कुछ कमी रही होगी कि हम इतने सदियों तक मंदिर निर्माण नहीं कर पाए आज वह कमी पूरी हुई.’’ उन्होंने बताया कि राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद से प्रतिदिन पूरे देश में उमंग और उत्साह बढ़ता ही जा रहा था और निर्माण कार्य देख देशवासियों में हर दिन एक नया विश्वास पैदा हो रहा था.


6. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘ये राम के रूप में राष्ट्र चेतना का मंदिर है. आज अयोध्या में केवल श्रीराम के विग्रह रूप की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुई है. ये श्रीराम के रूप में साक्षात भारतीय संस्कृति के प्रति अटूट विश्वास की भी प्राण प्रतिष्ठा है. ये साक्षात मानवीय मूल्यों और सर्वोच्च आदर्शों की भी प्राण प्रतिष्ठा है.’’


7. पीएम मोदी ने कहा कि हमें आज से इस पवित्र समय से अगले 1 हजार साल के भारत की नींव रखनी है. मंदिर निर्माण से आगे बढ़कर हम सभी देश के लोग इस पल से समर्थ, सक्षम, भव्य और दिव्य भारत के निर्माण की सौगंध लेते हैं. 


8. पीएम मोदी ने कहा कि राम भगवान सबके हैं. राम ऊर्जा है. राम विवाद नहीं, राम समाधान है. राम सिर्फ हमारे नहीं, राम तो सबके हैं. उन्होंने कहा, आज इस ऐतिहासिक समय में देश उन लोगों को भी याद कर रहा है, जिनके कार्य और समर्पण की वजह से आज हम ये शुभ दिन देख रहे हैं. राम के इस काम में कितने ही लोगों ने त्याग और तपस्या की पराकाष्ठा करके दिखाई है. उन अनगिनत राम भक्तों के, उन अनगिनत कारसेवकों के और उन अनगिनत संत-महात्माओं के हम सब ऋणी हैं.'' 


9. पीएम मोदी ने कहा कि हर युग में लोगों ने राम को जिया है. हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी-अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है. ये रामरस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है. 




7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...