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Thursday, 30 May 2019

Lok Sabha Elections 1998 Results Winners Full List: 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी, जनता दल, कम्युनिस्ट पार्टी को मिली कितनी सीट और कितना वोट

Date:-01/06/2019

हुजैफा पटेल भरूच गुजरात 


Lok Sabha Elections 1998 Full Results Winners List Party Seat Vote Share: देश में बारहवें लोकसभा चुनाव 16 फरवरी से 28 फरवरी 1998 के बीच हुए. लोकसभा चुनाव 1998 में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन स्थिर सरकार बनाने में कामयाब नहीं रही. बारहवें आम चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल, समता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यानी CPI (M), बहुजन समाज पार्टी (BSP) ये प्रमुख राजनीतिक दल रहे. जानिए 1998 के लोकसभा चुनाव में कितने प्रतिशत मतदान हुआ, किस पार्टी ने कितनी सीटें जीती और उनका वोट शेयर कितना रहा.

नई दिल्ली. भारत में 16 फरवरी से 28 फरवरी 1998 के बीच बारहवें लोकसभा चुनाव हुए. 1998 के लोकसभा चुनाव के लिए तीन चरणों में मतदान हुआ. इस दौरान देश के 25 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेशों की 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव हुए. देशभर में कुल 4,750 प्रत्याशी मैदान में उतरे. 1998 के लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन कर एनडीए की सरकार बनाई. आइए जानते हैं कि लोकसभा चुनाव 1998 में कांग्रेस (INC), भारतीय जनता पार्टी (BJP), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), समता पार्टी, जनता दल (JD), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) समेत अन्य राजनीतिक दलों को कितनी सीटें मिलीं और उनका वोट शेयर कितना रहा.


लोकसभा चुनाव 1998 में प्रमुख पार्टियां-
1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम), जनता दल, समता पार्टी, ये प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां रहीं. इनके अलावा करीब 170 अन्य क्षेत्रीय और छोटी पार्टियां थीं. 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 477, बीजेपी ने 388, बसपा ने 251, जनता दल ने 191, सीपीएम ने 71, सीपीआई ने 58 और समता पार्टी ने 57 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे.


लोकसभा चुनाव 1998 का वोटिंग प्रतिशत-
1998 के आम चुनाव में भारत में कुल वोटर्स की संख्या 60 करोड़ 58 लाख 80 हजार 192 थी. इस चुनाव में 61.97 प्रतिशत वोटिंग हुई, सबसे ज्यादा लक्षद्वीप में 85.10 प्रतिशत और सबसे कम जम्मू कश्मीर में 44.21 प्रतिशत मतदान हुआ.

लोकसभा चुनाव 1998 रिजल्ट-
1998 में हुए बारहवें आम चुनाव में बीजेपी ने 182, कांग्रेस ने 141, सीपीएम ने 32, समता पार्टी ने 12, सीपीआई ने 9, जनता दल ने 6 और बसपा ने 5 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. इसके अलावा अन्य क्षेत्रीय और छोटी पार्टियां 150 लोकसभा सीटें जीतने में कामयाब रहीं, इनमें तमिलनाडु में अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने 18, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने बिहार में 17, समाजवादी पार्टी (सपा) ने यूपी में 20, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने आंध्र प्रदेश में 12 लोकसभा सीटें जीतीं. साथ ही 6 लोकसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी. लोकसभा चुनाव 1998 में कांग्रेस को 25.82, बीजेपी को 25.59, सीपीएम को 5.16, बसपा को 4.67, अन्य क्षेत्रीय और छोटी पार्टियों को 29 फीसदी वोट मिले.

इस चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और एआईएडीएमके, समता पार्टी, बिजु जनता दल (बीजद), शिरोमणी अकाली दल और शिव सेना जैसी क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने. 13 महीने बाद एआईएडीएमके ने सरकार से समर्थन वापिस ले लिया और अटल सरकार गिर गई और 1999 में फिर लोकसभा चुनाव हुए.



Wednesday, 22 May 2019

मुस्लिम रिसर्च मेसेज

31 साल पहले आज ही के दिन मार डाले गए थे 42 मुस्लिम, जिसमें किसी को सजा नहीं हुई

https://www.thelallantop.com/up-election/hashimpura-massacre-the-cold-blooded-killing-of-42-innocent-muslim-men-by-the-security-forces/


Friday, 17 May 2019

पति ने दिया तीन तलाक तो पत्नी ने धर्म बदलकर हिंदू रीति रिवाज से रचाई शादी

मामला पीलीभीत शहर के देशनगर मोहल्ले का है. इसी मोहल्ले में पीड़िता रहती है. उसने धर्म बदलकर मंदिर में शादी कर ली.

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By news hindi may 17,2019 At 10:53

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से एक मामला सामने आया है, जहां तीन तलाक से पीड़ित एक युवती ने अपनी आगे की जिन्दगी जीने के लिए धर्म बदलकर दूसरी शादी कर ली. उसने मंदिर में हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार धूमधाम के साथ शादी की है. खास बात यह है कि शादी करने के बाद महिला के पति को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. पति ने पुलिस में सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है.

जानकारी के मुताबिक, मामला पीलीभीत शहर के देशनगर मोहल्ला का है. इसी मोहल्ले में मोहम्मद इस्लाम की बेटी रेशमा रहती है. उसकी शादी तीन साल पहले कांशीराम कॉलोनी ईदगाह निवासी मोहम्मद रईस से हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद ही पति-पत्नी के बीच मन मुटाव हो गया. इलके बाद पति ने रेशमा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. साथ ही आए दिन उसके साथ मारपीट भी करता था. जब पति का इतना से भी मन नहीं भड़ा तो उसने 5 अप्रैल 2019 को पत्नी को तीन तलाक दे दिया.

इसी दौरान रेशमा की मुलाकात कांशीराम कॉलोनी ईदगाह निवासी दीपू उर्फ दीपक राठौर से हुई. फिर दोनों ने एक दूसरे से मिलना-जुलना शुरू कर दिया. देखते ही देखते दोनों में प्यार हो गया और बात शादी तक आ गई. इसके बाद रेशमा ने हिन्दू धर्म अपनाकर बुधवार शाम को बरेली की बड़ी बमनपुरी स्थित एक मंदिर में शादी कर ली और अपना नाम बदलकर रानी रख लिया. शादी करते ही दीपू को धमकियां मिलने लगी.

दीपू ने बताया कि दोनों अलग समुदाय के हैं इसलिए उन्हें धमकियां मिल रही हैं. उनकी जान का खतरा है. विवाह कराने वाले अखिल भारतीय हिंदू महासभा के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित केशव शंखधार ने बताया कि रेशमा परेशान थी. दीपू ने उसे सहारा दिया. वहीं, दीपू के पिता लालाराम ने बताया कि वह रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. वह मूल रूप से कलीनगर के रहने वाले हैं. तीन दशक पहले पीलीभीत आकर बस गए थे. उनके छह लड़के और एक बेटी रोशनी है. उन्होंने कहा कि जब शादी करने की खबर मिली तो थोड़ा दुख हुआ.

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*तीन तलाक की समस्यों पर स्टेट ओर मिम्बरों पर बयान बाजी करने वाले क्या इस बात पर गौर करेंगे,*

हुजैफा पटेल भरूच गुजरात
       SAF 🤝  TEAM

Monday, 6 May 2019

ईस्टर ब्लास्ट: 200 मौलवियों समेत 600 विदेशियों को श्रीलंका ने देश निकाला दिया

ईस्टर पर हुए धमाका में 11 भारतीयों समेत कुल 253 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 500 से अधिक घायल हुए थे.

श्रीलंका ने ईस्टर पर हुए बम धमाकों के बाद देश में रह रहे आतंकियों के साथ कट्टरपंथियों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंका ने अब तक 200 मौलवियों समेत 600 से ज्यादा विदेशी नागरकिों को देश निकाला दिया है. देश निकाला पाने वाले लोगों भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और मालदीव के मुस्लिम धर्मगुरुओं और नागरिक शामिल हैं. बता दें कि ईस्टर पर हुए धमाका में 11 भारतीयों समेत कुल 253 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 500 से अधिक घायल हुए थे.

वीजा खत्म होने के बाद भी रह रहे थे

श्रीलंका के गृह मंत्री वाजिरा अभयवर्धने ने बताया कि देश से निकाले गए मौलाना आए तो वैध रूप से थे, मगर अब सुरक्षा जांच में पाया गया कि उनके वीजा खत्म होने के बावजूद देश में रुके थे. श्रीलंका सरकार ने इन मौलानाओं को जुर्माना लगाकर देश से निकाल दिया है.

फाइल फोटो

वाजिरा ने इसके साथ ही कहा कि हमने देश में वीजा प्रणाली की समीक्षा करना शुरू कर दिया है. हम अब धार्मिक शिक्षकों के लिए वीजा प्रतिबंध को कड़ा करने का निर्देश दिया है.

बता दें बीते 21 अप्रैल को तीन चर्च और तीन होटलों में किए गए विस्फोट में 253 लोगों की मौत हो गई थी. इस भीषण आतंकी हमले के बाद श्रीलंका में सोमवार से एक बार फिर से स्कूल और कॉलेज खुल जाएंगे. इस हमले को 9 आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिया था.

श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए 8 सीरियल बम धमाकों ने पूरी दुनिया को दहला दिया था. इन धमाकों के पीछे 'नेशनल तौहीद जमात' आतंकी संगठन का हाथ सामने आया. तौहीद जमात एक इस्लामिक चरमपंथी संगठन है.

Wednesday, 1 May 2019

શેખ કારી હનીફ આ સવાલો ના જવાબ આપો.

શેખ કારી હનીફ આ સવાલો ના જવાબ આપો.
ઇકબાલ પાંચભાયા પાસે ઝકાત ના ૪૬,૦૦૦ ડોલર લયને શું કર્યું?
ઇકબાલ પાંચભાયા પાસે ૪૬,૦૦૦ ડોલરની રકમ ક્યાંથી આવી? જમીન નું કમીસન કે ધોખા બાજી થી એકઠા કરેલા ઝકાત નો માલ?
શું ઝકાત ના માલ નો હીલો કરીને જમાઇ ને  ટોરોનટો મા કોનડોમીનીયમ ફલેટ રાખી આપ્યું?
ઇકબાલ પાંચભાયો કોઇ ને એક રુપીયા નહી આપે તમને ૪૬,૦૦૦ ડોલર કેમ કેમ આપ્યા? અને કયાં થી આવ્યા?

શેખ સાહેબ તમારો દીકરો લાલ હુજેફા જે ઝયનુલ ઊનીયા ના મકાન મા ભાડુત તરીકે રહે છે, મહીના ના ૨૨૦૦ ડાલર ઉપરના માળા ના ભાડા પેટે આપે છે.

સવાલ એ છે કે તમારા લાલ હુજેફા પાસે કોઇ નોકરી ધંધો છ્ન થી અને ૫૫૦૦૦ ડોલર ની નવી સાઆરવી ખરીદી છે અને મહીના ના ૨૨૦૦ ડોલર ભાડુ આપે છે, શું તમે દર મહીના નું ભાડુ ઈકબાલ પાંચભાયા મારફતે મોકલો છો?
ખરોડ હોસપીટાલ ના ઝકાત ના નામે  માલ તમે ઉઘરાવો અને ઇકબાલ પાંચભાયો કમિશન પર તમારું કામ કરે?

શેખ સાહેબ તમે અબુબકર મસજીદ મા બેસીને લોકો ને કહો છો કે  દારુલ ઊલુમ ખરોડ માથી એક રુપીયાનો પગાર લેતા નથી તો પછી આ ફર્સટ કલાસ ની એરલાઇન મા દુનિયામાં ફરવું  આ જાહોજલાલી અને ઐયાશી નો કરોડો નો માલ ક્યાંથી આવે છે?
શું તમે કોઈ આંતરરાષ્ટ્રીય ગેગ ના માટે અબજો ડોલર નું કાળું ધન સફેદ કરવાનું કામ કરો છો? દાળ મા કાળું કે પછી દાળ જ આખી કાળી છે? આ સફેદ લિબાસ ની પાછળ કંઈક ઘણા મોટા કાળા કામો થય રહ્યા છે.

શેખ કારી હનીફ સાહેબ તમે તમારા કાળા કરતૂત છુપાવા માટે લોકો પર નાહક ના પોલીસ કેસ કરોછો, કોસંબા પોલીસ મથક પર હજારો રુપીયા પોલીસને લાંચ રીશવત આપી તમારા વિરોધીઓ પર જુઠા આરોપ મુકી હેરાન કરો છો. 
લોકોનું મો બંધ કરાવા શું તમો પોલીસ ની  પાસે ગુંડાગીરી કરાવો છો?
નામ આપું જે લોકો પર નાહક ના પોલીસ કેસના ઝુલમ કરો છો તેમના?
તમારી દીનદારી કયાં ગઇ?
ઉલમાએ દેવબંદને શરમાવો તેવા કલંક રુપ કામ કરો છો.

શેખ હનીફ મુબારકબાદી ફરી એકવાર ટોરોનટો મા આ�

અસ્સલામુઅલયકુમ. મેરે હઝરત મૌ. હનીફ સાહેબ લુહારવી

તમારા મોકલેલા બે માણસો મને મરડરની ઘમકી આપી ગયા.

તમારી તાઅલીમ પ્રમાણે નાચીઝે તેમની મહેમાન નવાઝી કરી ને મોકલ્યા. અલહમદુલીલાહ

મને દુખ એ વાત નથી થયું કે તમારા તરફથી ધમકી મોકલવામા આવી.
અતીશય દુખ એ બાબતનું થયું કે તેમાનો એક માણસ તમારા વીશે કહેવા લાગ્યો મને કે “ શેખ સાહેબ અને એમના લોકો બહુજ ખરાબ માણસો છે, તને નુકસાન કરશે, અને મારી પણ નાંખે”
બસ મને દુખ એ વાતનું થયું કે તમને તમારાજ મોકલેલા માણસો તમે ખરાબ વ્યક્તિ  છો એવું કહી ગયા. અફસોસ

રહી વાત મને નુકસાન પહોંચાડવાની કે મારુ મરડર કરાવાની, તો શું તમુ એ વાત કેમ ભુલી ગયા કે ખૈર અને શર તો અલ્લાહ તરફથી છે, અગર મારી તકદીર મા ખૈર છે તો તમે છીનવી નથી શકતા અને નથી તો આપી નથી શકતા.

રહી વાત મારુ મરડર કરાવાની તો, હું અલ્લાહ થી દુઆ કરુ કે મૌત પર દરેક તકલીફો નો ખાતમો કરી દીયે , મારા માટે અને તમારા માટે પણ. આમીન

હવે કામની વાતો, તમુને મારા પાસે ધમકી આપવા માણસો મોકલવાની જરુર શા માટે પડી?
શું હક વાત બોલનાર ને તમે મોત ના ઘાટ ઉતારતા રહેશો?

શેખ સાહેબ તમારો નાએહલ મુરીદ કાસીમ ઇંગાર પણ મારુ મરડર કરાવાની મનસૂબા બાજી કરી ચુકયો છે
પીર મુરીદ દોનો એક જૈસે.

શેખ હનીફ સાહેબ તમે મને આજે મોકો આપ્યો કે કૌમને આગાહ કરુ, શાયદ મારુ મરડર કરાવી દવ તો પછી રાઝ રહી જાય.

મેરે હઝરત, તમુ ને ઘણા વરષો થી કહેતો આવ્યો કે તમે બે નંબરી કામો અને ઝમીનની દલાલી બંધ કરો, એક આલીમે દીન અને શયખુલ હદીસ ને શોભા નહી આપે, કોઈ દીવસ મલેલી ઈઝજત કોડી ના ભાવ મા વેચાય જસે.

તમે આ ગરીબ ની વાત નહી સાંભળી, એટલે આ દીવસો આવ્યા, મારી તહકીક પ્રમાણે તમે કોસંબા પોલીસ મા જુઠી FIR લખીવી દક્ષીણ સુરત ના ભાઈ ........ ના વીરોધ મા
તે ભાઈ ને કરોડો રુપીયા નો ચુનો લગાવ્યો અને ઉઘરાણી કરી તો મો બંધ કરાવા પોલીસ ને લાંચ રુસવત આપી હેરાનગતિ કરાવો.

અબ્દુલહય પટેલ માજી પ્રમુખ અબુબકર મસજીદ ટોરોનટો ના કહેવા પ્રમાણે કે ભરૂચ ખાતે રુપીયા ૫૦૦ કરોડની જમીન નો સાદો કર્યો તમે અને તમારા તાપી અને મીંઢોળા નદી ના પાર વારા માફીયા સરદારો સાથે મળીને.

અબ્દુલહય પટેલ માજી પ્રમુખ અબુબકર મસજીદ ટોરોનટો ના કહેવા પ્રમાણે કે સંજાલી તળાવડી પર ખરોડ મુકામે આવેલી જમીન ના જે પલોટો વેચાતા ન હતા, જ્યારે એના સાઠુભાઈ તમને વાત કરી તો તમે કહ્યું કે હું બયાન કરી ને લોકો મા જાહેરાત કરીઆપુ મને શું આપો? તમે તમારી જાહેરાતની ફી પેટે એક પલોટ નામે કરાવયો, કીમત કરીબ એક કરોડ રુપીયા. ખરોડ ગામ ના માણસે તહકીક કરી આપી

આજ અબ્દુલહય પટેલે તેના મા બાપ ના ઇસાલે સવાબ માટે તમુને મસજીદ બનાવા રુપીયા આપેલા, સવાબની ઉમમીદ પર અબ્દુલહય પટેલ ના માબાપ હજુ ઇંતેજાર મા છે કે શેખ સાહેબ મસજીદ ક્યારે બનાવે.

ગલોસટર વારા બીબી ખાલાએ પણ એમના મરહુમ શોહરના ઇસાલે સવાબ માટે ૬ લાખ રૂપીય આપેલા, તે ૱પીયા તમે હફીઝ ભાઇ સુરત રેલવે ટીકીટ વારાને એકના ડબલ કરવા આપેલા

શેખ સાહેબ, તમે બેનંબરી મા લાખો બનાવયા, છતા મસજીદ તો બનાવીજ નહી. જ્યારે હફીઝ ભાઇએ દેવાળું કાઢ્યું તો તમે દુબઈ જઇ ને ૬ લાખ રુપીયા ઝકાત ના લાવી ને હીલો કરી નાંખ્યો છતા પણ બીબી ખાલાની મસજીદ ની બનાવી, એમના મરહુમ શોહર બી અબ્દુલહય પટેલ ના માબાપ ના જેમ ઇસાલે સવાબની રાહ જોય રહ્યા છે

પ્રદેશ ના મુલક માથી આવીતો કેટલી મસજીદો બનાવના રૂપીયા ગાયબ થઈ ગયા, તમુનેજ ખબર.

આ હફીઝ ભાઈ વારા બેનંબરી કૌભાંડ મા તમારા તાપી અને મીંઠોળા નદી પાર ના માફીયા સરદારો પણ શામિલ હતા, જે  એક ગરીબ ૧૮ લાખ ના દેવા મા ડૂબી ગયો તે મારો જીગરી દોસ્ત હતો. વારંવાર ના કહેવા છતા પણ તમારા દાવપેચ મા આવી ગયો બીચારો.

ખરોડ હોસપીટાલ ના નામે ઇંગલેનડ થી ઉઘરાવેલા અંદાજે ૬૪ લાખ રુપીય ગાયબ થય ગયા, જ્યારે તહકીક કરવામાં આવી તો તમારો જવાબ કે જે પારઁટી રૂપીય ડીલીવરી કરવા આવતી હતી તેને ભરૂચ ના પુલ પર લુટી લેવા મા આવી.

ખરોડ હોસપીટાલ ના નામે તમે લોકોને ટોપી પહેરાવો, એક ડાયાલીસીસ નું મશીન લાવી અલગ અલગ લોકોને એવું બતાવો કે તેમના ડોનેશન ના રૂપીય માથી ખરીદેલું છે, જ્યારે આ વાત ની મને ખબર પડી તો તમારો જવાબ કે અમે તો તળાવ ખોદેલું છે, જાળ નાખયે જે માછલી ફસાય તે ખરી.

શેખ સાહેબ જરા સાચવી લવ, કોઇ દીવસ એ તમારી જાળ મા મગર મચ્છ ની આવી જાય.

ટોરોનટો ના રફીક ભાઈ મહીડાને એક કરોડની ટોપી તમે પહેરવી, એતો ગરીબનુ નસીબ સારું કે સહી વખત પર નાચીઝ ને ખબર પડી તો રૂપીય નીકળી આવ્યા, બાકી તો અબુબકર મસજીદ પગથિયાં ઘસાય જતે તો પણ તમે એક રપીયો આપવાના નહી હતા, રફીક મહીડા ના એક કરોડ રુપીયા આપવામા ભાદી ગામની એક ફેમેલી એ આપેલી વારસા વહેચણીની ૩૨ લાખની રકમ ગાયબ થય ગઇ.

મેરે હઝરત શેખ સાહેબ,
ઈકબાલ પાંચભાયો અને એનો વેવાય નાએહલ કાસીમ ઈંગાર તમુને એક દીવસ અંદર કરાવી ને રહેશે. લખી રાખશે મારા બોલ.

એતો તમારા વાલિદૈનની દુઆ કામ લાગી કે અમેરિકાની સરહદ પર ૮ કલાકની સખત ઊલટ તપાસ પછી તમને છોડી મુકયા બાકી આ બે વેવાયની જોડી તમને કાયમ માટે અમેરિકાની જેલ મા ટીનટીન કરાવી દેતે. સાવધાન થય જાવ હજુ પણ મોકોછે.

શેખ સાહેબ તમને કેનેડા મા આવેલા તમારા મોહસીનોએ ઘણા વરસો પહેલા ચેતવણી આપેલી કે અમેરિકા જવાની કોશીસ નો કરતા, પણ તમે લોભ અને લાલચ મા આવી ગયા.

મને બેહદ હેરાનગતિ તો ત્યારે થઈ જ્યારે તમે પોંસરા ગામ મુકામે આવેલી લાજપુર ગામના રહેવાસી ભામજી ફોઇની જમીન ની ૭/૧૨ ની નકલ પર જોઇ ને કહે  કે આ બાઈ ફીજી મુકામે હતા અને આ જમીન ના વારસદારે કેનેડા મા રહે છે, આ જમીન વેચવાની હોય તો રાખવા તૈયાર છે.

લાજપુર ગામના વતની ભાઇ ઈબા્હીમ ( અભા શેઠ) ના એક ૮૮ લાખ રૂપીયા અને   બીજા ૨૫ લાખ રૂપીયા ખરોડ દારુલ ઊલુમની મસજીદ નો રંગરોગાન ના કોઇ હીસાબજ નથી મરહુમ અભા શેઠ અલ્લાહ ને પ્યારો થઈ ગયો કરજે હસના નો કોઇ પતો નથી.
ખરોડ દારુલ ઉલુમ ના ટ્સટી માથી હાજી ઈબા્હીમ જોગીયાત સાહેબ ગંદા દાવપેચ રમીને હકાલ પટ્ટી કરી, હવે એ બતાવો કે સુરત ચાંદ શહીદ મસજીદ પાસે દારુલ ઉલુમ ની ૫૨ લાખ રૂપિયાની મિલકત મા તમે શું કૌભાંડ કર્યું અને દારુલ ઉલુમમા ૯૦ લાખ રૂપીયની લાયબ્રેરી બનાવી એમા કેટલા ની ગાપચી મારી કારણ કે હાજી સાહેબ તો રહ્યા નથી હીસાબ માંગવા વાળા.

ટોરોનટો દારુસસલામ મસજીદ માથી રવાનગી પણ એટલાજ માટે થઈ કે હાજી ઈબા્હીમ જોગીયાત સાથે ગંદી રમત રમ્યા.

આવ ભાઈ સરખા આપણે બેવ , એટલે તમે અબુબકર મસજીદને પકડી ગૈર મુકલલીદ પ્રમુખ સાલેહ હાફેજી સામે ભીખ માગી કે નોકરી આપો, અને એ તકનો લાભ ઊઠાવયો કાસીમ ઇંગારે, તમે લાલચી અને કાસીમ ઇંગાર લોભીયો, તમ નાએહલ ને ખીલાફત આપી કે કેનેડાનુ કામ થઇ જાય.

ઇકબાલ પાંચભાયએ જે ૪૬ હજાર ડોલર તમને આપેલા તેની તહકીક કરી અને ઈકબાલ ના એક ખાસ નજીક ના જીગરી દોસ્ત વાત ને સહી હોવાનું બતાવ્યું.
તમે એ ૪૬ હજાર ડોલરનું શું કર્યું તમે જાણો અને ઇકબાલ પાંચભાયો જાણે.

હા એ વાત ખરી છે કે ઇકબાલ પાચભાયો ટોરોનટો મા તમારા માટે ઝમીન લે વેચ ની ઘરાકે સોધે છે.

આ જે કંય લખ્યું એ તો એક ટકો પણ નથી, નામ લખવા પર મજબૂર કર્યો તમે અને તમારા અમુક ખસખસીયાઓ, એમને નામ અને હવાલા જોઈએ.

શેખ હનીફ સાહેબ એક તરફ આવી જાવ યા તો ખુલી રીત ઝમીન દલાલી કરો યા ફક્ત દીન નું કામ કરવા પ્રદેશ ના સફર કરો.  તમે બહારના મુલકો મા આવી ને ઘરાક શોધવાનું બંધ કરો.
જરા યાદ કરો. તમારા શેખ યુનુષ સાહેબ રહ. ના અલફાઝ કે એ હનીફ તું અગર તનખાહ નહી લેગા તો ફીર લોગો કે આગે સવાલ કરતા હો જાયેગા.
બસ આ નતીજો પોતોના શેખની તાલીમ અને તરબીયત થી દુર થવાનો.

મેરે હઝરત શેખ હનીફ સોહબ, હું તમુને દાવત આપું કે રૂજુઅ કરી લાયો અને બૈત કરી લો તમારા  શેખ ના પીર ભાઈ અને શાગિર્દ હઝરત મૌલાના યુસુફ સાહેબ મોતાલા ના હાથ પર.

મારી દીલી દુઆછે કે અલ્લાહ તઆલા તમુને તે દીવસો પર પાછા લઇ આવે જે ખાલીસ હદીસ તાલીમ અને દીનની ઇશાઅત ના માટે લગાવે.
તમારા માફીયા સરદારોથી અલ્લાહ તમુને નજાત આપે. આમીન

અબ્દુલહય પટેલ માજી પ્રમુખ અબુબકર મસજીદ ટોરોનટો ના બોલ કે “ રૂપીય ની રાજનીતિ મા શેખ હનીફને કોઇ ની પહોંચ, અને ગંદી રાજકારણી નીતીમા કાસીમ ઇંગાર ને કોઇ ની પહોંચે”

મારા લખાણ થી તકલીફ થશે, ઇસલાહ ના મકસદથી મસલેહતન લખ્યું છે. કમી બેશી માફ કરજો
અને હા અગર તમે મારુ મરડર કરાવો તો મારુ ખૂન તમારા ઉપર માફ.

કારણ કે હું આખીરત મા તમારા હઝરત શેખ યુનુષ સાહેબ રહ.અને એહલે દેવબંદ સીલસીલયે ચીશતીયા ના અકાબીરીન ને તમારા કારણે શરમીંદા નહી કરુ.


આ લેખ ગુજરાતી મા એટલા માટે લખ્યો કે તમે દેશ વીદેશ મા ગુજરાતીઓ નેજ ટોપી પહેરાવો અને ચુનો લગાવો છો.

બાઝ આવી જાવ... બસ

તમારો નાચીઝ ભાઈ

દુઆગો
ઇદરીસ નવલખી
૨૫ એપ્રિલ ૨૦૧૯

मोदी का चक्रव्यूह?


2014 का चुनाव अभियान ‘‘सबका साथ सबका विकास’’ उसी सिलसिले की एक कड़ी था। उस समय राम मंदिर सहित सारे विवादित विषयों को ताक पर रखकर देश को गुजरात जैसा खुशहाल और विकसित राज्य बनाने का झूठा ख्वाब दिखाया गया। भ्रष्टाचार के साथ-साथ बेरोजगारी का अंत और महिलाओं को अत्याचार से बचाने जैसे लुभावने नारे लगाए गए। लेकिन नोटबंदी की मूर्खता ने सारी बिसात उलट दी।

By : Vimarsh Editor April 25, 2019 0 124
   

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से भाजपा का उम्मीदवार बनाकर नरेंद्र मोदी ने अपना राजनीतिक दायरा पूरा कर लिया है। इस दायरे के केंद्र में मोदी है। इसके परिधि पर खून की पहली बूंद गोधरा में गिरी। इसके बाद वह पूरे गुजरात राज्य में फैलता चला गया। 2002 से 2007 तक गुजरात में हिंसा और अत्याचार का एक सिलसिला रहा जिसमें मुस्लिम विरोधी दंगो के बाद हिरेन पांड्या की हत्या हुई। उसके बाद इशरत जहां और सोहराबुद्दीन का इनकाउंटर और फिर प्रजापति का एनकाउंटर। 2007 के बाद मोदी  ने अपने आप को सुरक्षित महसूस किया और अब राज्य के विकास की ओर ध्यान दिया। 2012 के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी छवि बदलने के इरादे से राज्य में शांति भाईचारा के लिए 3 दिन का सद्भावना व्रत भी रखा। उसके बाद आदर्श गुजरात का हव्वा खड़ा करके राज्य चुनाव जीता गया। इस बीच मीडिया का इस्तेमाल बड़ी सुंदरता के साथ किया गया। यहीं से मोदी को प्रधानमंत्री बनने का विचार आया और 2013 में वे प्रधानमंत्री के उम्मीदवार बन गए।

2014 का चुनाव अभियान ‘‘सबका साथ सबका विकास’’ उसी सिलसिले की एक कड़ी था। उस समय राम मंदिर सहित सारे विवादित विषयों को ताक पर रखकर देश को गुजरात जैसा खुशहाल और विकसित राज्य बनाने का झूठा ख्वाब दिखाया गया। भ्रष्टाचार के साथ-साथ बेरोजगारी का अंत और महिलाओं को अत्याचार से बचाने जैसे लुभावने नारे लगाए गए। लेकिन नोटबंदी की मूर्खता ने सारी बिसात उलट दी। जनता में भारी निराशा और बेचैनी फैल गई। उत्तर प्रदेश का राज्य चुनाव जीतने के लिए मोदी जी को फिर से अपनी पुरानी सांप्रदायिकता का सहारा लेना पड़ा। इस तरह अर्थव्यवस्था के बाद राजनीति के मैदान में भी उनका पतन शुरू हो गया।

उत्तर प्रदेश चुनाव में जबरदस्त कामयाबी हासिल करने के बाद उनसे दूसरी मूर्खता यह हुई कि इस महत्वपूर्ण राज्य की बागडोर किसी योग्य मुख्यमंत्री के हाथों में सौंपने के बजाय योगी के हवाले कर दी गई। उस व्यक्ति के खिलाफ हाई कोर्ट में दंगा भड़काने का मुकदमा है। उसको बड़बोले पन के सिवा कुछ नहीं आता। उसके राज्य में बलात्कार और हत्या का आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर  जेल की चक्की पीस रहा है। हत्या के आरोपी दूसरे विधायक अशोक सिंह चंदेल को उम्र कैद की सजा सुनाई जाती है और वह अदालत से फरार हो जाता है। पूर्व मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध बलात्कार के आरोप वापस लेने की कोशिश की जाती है। ऐसे में मोदी जी की तीसरी और सबसे बड़ी गलती यह है कि उन्होंने सध्वी प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बना लिया है। इस तरह 17 साल बाद मोदी वहीं पहुंच गए जहां से चले थे।

भाजपा ने साध्वी को उम्मीदवार बनाने का फैसला बड़े उहापोह के बाद किया है। कमलनाथ ने जिस दिन यह कहा कि दिग्विजय सिंह को राघव गढ़ की सुरक्षित सीट के बजाय भोपाल जैसे मुश्किल चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए। उसी दिन दिग्विजय सिंह ने इसकी हामी भर दी।  मीडिया में साध्वी के नाम पर चर्चा होने लगी लेकिन भाजपा ने न तो उसका समर्थन किया और ना ही उसको अपनी पार्टी की सदस्यता दी। कई सप्ताह तक विचार मंथन के बाद अंततः भा ज पा ने साध्वी को टिकट देने का फैसला किया तो उसे बाकायदा पार्टी में शामिल किया। साध्वी के बारे में यह अफवाह फैलाई गई कि उसे अदालत ने बरी कर दिया है, जो सरासर झूठ है। केंद्र सरकार के दबाव में एनआईए ने अदालत से यह जरूर कहा कि इसके पास साध्वी के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है इसके बाद अदालत ने उस पर से मकोका हटाया लेकिन अभी भी उस पर यू ए पी ए के तहत धमाकों का आरोप मौजूद है और वह बीमारी का बहाना बनाकर जमानत पर घूम रही है।

देश की राजनीति में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों की मौजूदगी एक आम बात हो गई है। मौजूदा संसद सदस्यों में से 33 प्रतिशत ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की स्वीकृति हलफनामा में की है। उनमें से 106 के खिलाफ गंभीर अपराध: जैसे हत्या की कोशिश, सांप्रदायिक दंगे भड़काना, अपहरण और महिलाओं के विरुद्ध अपराध जैसे मामले दर्ज हैं। जिन 10 संसद सदस्यों ने हत्या से जुड़े मामले की घोषणा की है उनमें से चार का संबंध भाजपा से है। ये सब संसद सदस्यों को प्राप्त सुविधाओं पर ऐश कर रहे हैं। हत्या की कोशिश करने वाले 14 संसद सदस्यों में से 8 भाजपा के हैं। सांप्रदायिक दंगा फैलाने

7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...