हमारे ये ब्लोग आपको हमारी SAFTEAM के सामाजिक कार्यों ओर अनुभव के साथ इतिहास,वर्तमान ओर भविष्य को लेकर बेहतरीन जानकारियाँ देता रहेगा, साथमे हमारे इस ब्लोग मे आपको सोशीयल मिडिया के जानकारी वाले वायरल मेसेज आपतक शेर करेंगे. हमारे बेहतर भविष्य के लिये हमे बदलाव लाना हे। हमारे कार्यो मे आप सहयोगी बनना चाहते हे, कोमेन्ट करे.
Followers
Tuesday, 13 October 2020
sahi bukhari 3062
Monday, 12 October 2020
Sahi Bukhari 2311 Ayatul kursi Ki Hadis
Sunday, 11 October 2020
Sahi Bukhari 3348 Hindi Or urdu
Saturday, 10 October 2020
Ahadis ka khajana
देश की सत्ता पर बैठे लोगों की क्रोनोलोजी को समझिए.
Sunday, 4 October 2020
सर्वे : कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक 15 बीमारियों की हुई पहचान
सर्वे : कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक 15 बीमारियों की हुई पहचान
नवीनतम लैंसेट सर्वेक्षण ने 15 बीमारियों की पहचान की है, जो कोरोना से अधिक घातक हैं. उनमें से प्रत्येक की सालाना मृत्यु 10,00,000 है. यह अध्ययन हमारी वास्तविक स्वास्थ्य संबंधी रणनीतियों में सुधार की आवश्यकता पर जोर देता है. हृदय रोगों (1.78 करोड़), कैंसर (96 लाख), वृक्क रोगों (renal diseases ) (12 लाख), तपेदिक ( tuberculosis ) (11 लाख) लोंगो की मौत हो गई है. इन रोगों से हर साल 4.43 करोड़ लोगों की मौत हो रही है.
ज्यादातर जगहों पर इन बीमारियों के लिए चिकित्सीय चिकित्सा सुविधाएं घटिया हैं. कोरोना प्रकोप के पहले तीन महीनों के दौरान, दुनियाभर में 2.84 करोड़ सर्जरी (भारत में 5.8 लाख सहित) अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गईं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी कि चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण इस साल 16.6 लाख लोग तपेदिक के शिकार हो सकते हैं. क्या स्थिति सब के बाद बदल जाएगी?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की जनगणना के अनुसार, देशभर में लाखों बच्चों को अकेले मार्च 2020 में निर्धारित समय पर टीका नहीं लग सका. कोरोना के अतिरिक्त अन्य बीमारियों के इलाज के लिए कोई डॉक्टर नहीं हैं.
हैदराबाद की एक गर्भवती महिला और उसके भ्रूण की मृत्यु हो गई, क्योंकि अस्पतालों ने भर्ती देने से इनकार कर दिया.
अधिकांश निजी अस्पतालों ने तालाबंदी के दौरान डायलिसिस, कीमोथेरेपी, रक्त आधान और बच्चे की डिलीवरी जैसी आपातकालीन सेवाओं को रद्द कर दिया गया.
केंद्र ने सख्त दिशानिर्देश जारी किए और अस्पतालों को पूर्ण कामकाज सुनिश्चित करने का आदेश दिया, लेकिन हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियंत्रण क्षेत्रों में नेत्र देखभाल सुविधाओं को बंद रखने का निर्देश दिया.
आधिकारिक और अनौपचारिक प्रतिबंध कई के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बना रहे हैं. मानसून और मच्छर जनित संक्रमणों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए पीएमओ के आधिकारिक आदेशों के बावजूद, वास्तविक स्थिति केवल बिगड़ रही है.
देश में इस समय लगभग 9 करोड़ में थैलेसीमिया और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित हैं. लाखों लोग अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं.
जबकि, अस्पतालों में कोरोना के मरीजों की भरमार है. दीर्घकालिक स्थितियों वाले रोगियों की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ रही है. सरकार को तेजी से काम करना चाहिए और गैर-कोरोना रोगियों के लिए समान सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए.
किसान कृषि बिल 2020 | Agriculture Farm Bill 2020
- नया किसान बिल में किसानों को फसल बेचने के लिए स्वतंत्र कर दिया है। अब कोई भी किसान अपनी फसल को मंडी के बहार भी व्यापारी के पास बेच सकता है।
- किसान अपने फसल को देश के किसी भी हिस्से में कहीं भी बेच सकता है।
- किसानों को किसी भी प्रकार का कोई भी उपकर नहीं देना होगा। साथ ही बिल के अनुसार अब माल ढुलाई का खर्च भी देना होगा।
- नये किसान कृषि विधेयक के अनुसार किसानों को ई-ट्रेडिंग मंच प्रदान किया जायेगा। जिससे माध्यम से इलेक्ट्रोनिक निर्बाध व्यापार सुनिश्चित किया जा सके।
- kisan Krishi Bill के तहत मंडियों के अतिरिक्त व्यापार क्षेत्र में फॉर्मगेट, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस, प्रसंस्करण यूनिटों पर भी व्यापार की स्वतंत्रता होगी।
- इस बिल के माध्यम से किसान और व्यापारी सीधे एक दूसरे जुड़ सकेंगे जिससे बिचौलियों का लाभ समाप्त होगा।
शंकाएँ
- सरकार द्वारा निर्धारत किया गया न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अनाज की ख़रीद बंद हो जाएगा।
- किसान फसल को मंडी से बहार बेचता है। तो एपीएमसी मंडियां समाप्त हो जाएंगी
- ई-नाम जैसे सरकारी ई-ट्रेडिंग पोर्टल का क्या होगा?
समाधान
- MSP पर पहले की तरह फसल की खरीद जारी रहेगी। किसान अपनी उपज एमएसपी पर बेच सकेंगे। आगामी रबी
- सीजन के लिए एमएसपी अगले सप्ताह घोषित की जाएगी।
- किसान को अनाज मंडी के अलावा दूसरा ऑप्शन भी मिलेगा।
- सरकार द्वारा शुरू की गयी ई-नाम ट्रेडिंग व्यवस्था भी जारी रहेगी।
- इलेक्ट्रानिक मंचों पर कृषि उत्पादों का व्यापार बढ़ेगा। इससे पारदर्शिता आएगी और समय की बचत होगी।
7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓
सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...
-
वकील ने उत्तराखंड नागरिक संहिता को हाईकोर्ट में चुनौती दी; कहा प्रावधान मुस्लिम, LGBTQ समुदायों के प्रति भेदभावपूर्ण हैं। होम-आइ...
-
Huzaifa Patel Date : 12 March 2025 अयोध्या भूमि अधिग्रहण मामला: न्याय और पारदर्शिता की परीक्षा । अयोध्या, जो अपनी धार्मिक और सा...
-
मुस्लिम शरिफ की हदीश 179 जिल्द ,1 हिंदी और उर्दू मे आपकी खिदमत मे पैश करते हे. SAFTeamguj. 03 Aug 2021 السلام عل...