क्रोनोलोजी को समझिए,
1. उन्नाव में रेप किसने किया भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने, FIR किस पर दर्ज की गई?...रेप पीड़ित बच्ची पर, अंत में उसके परिवार पर ट्रक चढ़वा दिया सो अलग।
2. बलात्कार किसने किया बीजेपी के गृहमंत्री "स्वामी चिन्मयानंद" ने, एफआईआर किस पर दर्ज हुई? पीड़ित बच्ची पर।
3. भीमा कोरेगांव में हिंसा किसने फैलाई? मोदी जी के गुरु सम्भाजी भिड़े ने। FIR किस पर हुई? पिटने वाले प्रोफेसरों, लेखकों और ऑर्गेनाइजरों पर। और उन्हें अर्बन नक्सली भी घोषित कर दिया।
4. छत्तीसगढ़ में आदिवासी सौनी सोरी के चेहरे पर तेजाब किसने फिंकवाया? डीएसपी कल्लूरी ने। FIR किसपर की गई? पीड़ित सौनी सोरी पर (कल्लूरी का क्या हुआ? कल्लूरी का प्रमोशन हुआ)
5. अखलाक की हत्या किसने की? बीजेपी विधायक संगीत सोम समर्थक भीड़ ने। FIR किसपर दर्ज हुई? मृतक अखलाक के परिवार पर।
6. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में 100 से अधिक बच्चों की मौत हुई, जिम्मेदारी आनी थी योगी पर। लेकिन FIR किसके नाम चढ़ा दी गई? डॉ कफ़ील पर.., उस इंसान पर जो वहां बच्चों को बचाने के लिए दौड़-धूप कर रहा था। डा. कफील पर ही FIR क्यों चढ़वाई? क्योंकि उस बेचारे के नाम में ही मुसलमान था, और योगी का नाम उस केस में से कैसे भी करके निकालना था।
6. इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को गोली किसने मारी? भाजपा समर्थकों ने । माला पहनाकर स्वागत किसका किया गया? सुबोध के हत्यारों का..।
7. JNU प्रेजिडेंट आइशी घोष के सर पर रॉड किसने मारी? डीयू से बुलाए गए ABVP के नकाबपोश गुंडों ने। FIR किसपर दर्ज हुई? पीड़ित
आईशी पर, जो खुद मरने से जैसे-तैसे बची है।
8. योगी ने मुख्यमंत्री बनते ही स्व जांच करके खुद के ऊपर की सारी FIR हटा लीं। कुछ दिन पहले मोदी जी को गुजरात दंगों के लिए क्लीन चिट मिल ही चुकी है। अमित शाह के केस में जज 'जस्टिस लोया' का क्या हुआ सबको मालूम है ही।
8. अंत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक बात "इस सरकार में मंत्रियों के इस्तीफे नहीं होते। ये एनडीए है, यूपीए नहीं। " मतलब आप कितने भी कांड कर दीजिए, कोई एफआईआर नहीं होनी, कोई जांच नहीं होनी, कोई इस्तीफे नहीं होने।
9. दिल्ली डंगे कीस्ने करवाऐ ? कीस्को जैल भेजा गया? सब से ज्यादा मुसल्मान मरे, सब से ज्यादा मुसल्मानो के घर - मस्जीद जला दी गई! मुसल्मांनी दुकाने लुंटी गई , क्या ये सब मुसल्मांनो ने खुद कीए थे ??? सब जानते हे वो कोन आतंकवादी हे जिन्हो ने इस डंगे को भडकाया ! ओर बावजुद उच्च न्यायालय के आदेश के कपील मिश्रा , अनुराग ठाकोर जैसे लोग पर ऐफआइआर पुलिस नही लिख पाई! ओर खुद नुकशाश उठाने वाले बेकसुर मुसल्मांन जैल मे डाल दिऐ गऐ!
और सबसे मजेदार चीज और सुनिए, सभी राज्यों की पुलिस, सेना, अर्धसैनिक, इस देश में होने वाले अपराधों के लिए, सुरक्षा के लिए, किसे रिपोर्ट करती है? गृह मंत्रालय को, यानी कि तड़ीपार अमित शाह को! जो खुद एक क्रिमिनल है, जिसपर खुद दर्जनों हत्याओं और अपहरणों के केस चल रहे हैं।
लेकिन आप टेंशन मत लीजिए, जबतक आपके खुद के किसी दोस्त, भाई, प्रेमिका, रिश्तेदार की 'सरकारी हत्या' नहीं होती, तबतक आप व्हाट्सएप पर गुड मॉर्निंग भेजते रहिए.
सबेरा और उजाला तब नहीं होता जब सूर्योदय होता है, उसके लिए आंखें भी खोलनी पडती है।