इमान की सही राह के तलबगार इल्म हासिल करके अपनी राह बनाते हे.
इल्म वाले इल्म से इत्तिफाक करते हे.
फसाद वाले इल्म से इखतिलाफ करते हे.
इमान की हक्कित इल्म से मिलती हे.
जहालत से इमान के बाद भी गुमराही मिलती हे.
مجھ سے اسحاق بن نصر نے بیان کیا، کہا ہم سے ابواسامہ نے بیان کیا، ان سے اعمش نے، ان سے ابوصالح نے اور ان سے ابو سعید خدری رضی اللہ عنہ نے بیان کیا کہ نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا کہ اللہ تعالیٰ ( قیامت کے دن ) فرمائے گا، اے آدم! آدم علیہ السلام عرض کریں گے میں اطاعت کے لیے حاضر ہوں، مستعد ہوں، ساری بھلائیاں صرف تیرے ہی ہاتھ میں ہیں۔ اللہ تعالیٰ فرمائے گا، جہنم میں جانے والوں کو ( لوگوں میں سے الگ ) نکال لو۔ آدم علیہ السلام عرض کریں گے۔ اے اللہ! جہنمیوں کی تعداد کتنی ہے؟ اللہ تعالیٰ فرمائے گا کہ ہر ایک ہزار میں سے نو سو ننانوے۔ اس وقت ( کی ہولناکی اور وحشت سے ) بچے بوڑھے ہو جائیں گے اور ہر حاملہ عورت اپنا حمل گرا دے گی۔ اس وقت تم ( خوف و دہشت سے ) لوگوں کو مدہوشی کے عالم میں دیکھو گے، حالانکہ وہ بیہوش نہ ہوں گے۔ لیکن اللہ کا عذاب بڑا ہی سخت ہو گا۔ صحابہ نے عرض کیا: یا رسول اللہ! وہ ایک شخص ہم میں سے کون ہو گا؟ نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا کہ تمہیں بشارت ہو، وہ ایک آدمی تم میں سے ہو گا اور ایک ہزار دوزخی یاجوج ماجوج کی قوم سے ہوں گے۔ پھر نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا اس ذات کی قسم جس کے ہاتھ میں میری جان ہے، مجھے امید ہے کہ تم ( امت مسلمہ ) تمام جنت والوں کے ایک تہائی ہو گے۔ پھر ہم نے اللہ اکبر کہا تو آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا کہ مجھے امید ہے کہ تم تمام جنت والوں کے آدھے ہو گے پھر ہم نے اللہ اکبر کہا، پھر آپ صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا کہ ( محشر میں ) تم لوگ تمام انسانوں کے مقابلے میں اتنے ہو گے جتنے کسی سفید بیل کے جسم پر ایک سیاہ بال، یا جتنے کسی سیاہ بیل کے جسم پر ایک سفید بال ہوتا ہے۔
मुझे से इसहाक बीन नसर ने बयान किया, हमसे अबुउसामा ने बयान किया उनसे अएमश ने उनसे अबु सालेह और अबुसइद खुदरी र.अ. बयान किया के नबी करीम स.अ.व. ने फरमाया के अल्लाह ( क्यामत के दीन) फरमायेगा ऐ आदम ! अदाम अ.स. अरज करेंगे मे इताअत के लिये हाजीर हु, मुस्तइद हु सारी भलाई सिर्फ तेरे ही हाथ मे हे, अल्लाह ताआला फरमायेगा जहन्नम मे जाने वालों को (लोगों मे से अलग ) निकाल लो, अदाम अ.स. अर्ज करेंगे ऐ अल्लाह जहन्नमीयो की तादात कितनी हे, अल्लाह ताआला फरमाये के हर एक हजार मे से नोवसौ निन्नवै (999) उस वक्त ( कि होल नाकी वहसत से ) बच्चे बुरहे हो जायेंगे और हर हामीला औरत अपना हमल गिरा देंगी उस वक्त तुम ( खौफो देहसत से ) लोगों को मदहोसी के आलम मे देखोंगे हाला के वो बेहोस ना होंगे लेकीन अल्लाह का अजाब बराही श्खत होगा , सहाबा ने अर्ज किया या. र.ल. वो एक श्खस हम्मे से कोन होंगा? नबीऐ करीम स.अ.व. फरमाया के तुमहे बसारत हो वो ऐक आदमी तुम्मे और एक हजार दोजखी याजुद माजुद की कौम से होंगे, फिर नबी ए करीम स.अ.व. उस जात की कसम जिसके हाथ मे मेरी जान हे मुझे उम्मीद हे के तुम ( यानी उम्मते मुस्लिमा ) तमाम जन्नत वालों के एक तिहाई होंगे फिर हमने अल्लोहु अक्कबर तो आप स. अ. व. फरमाया के मुझे उम्मीद हे के तुम तमाम जन्नत वालों के आधे होंगे फिर हमने औल्लहु अकब्बर कहा फिर आप स.अ.व. ने फरमाया के ( महसर ) तुम लोग तमाम इन्सानो के मुकाबले मे इतने होंगे जितने किसि सुफैद बेलके जिस्म एक सियाह बाल या जितने किसी सिया बेल के जिस्म एक सुफैद बाल होता हे,
सही बुखारी 3348