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Tuesday, 10 August 2021

9 Aug विश्व मुलनिवासी दिवस और दिल्ली जंतर मंतर के मुस्लिम विरोधी नारे.

social active foundation SAFTEAM GUJ.



मुस्लिम काटे जायेंगे. रा. . . रा. . . चिल्लाएंगे, दिल्ली जंतर मंतर पर लगे खुल्लम खुल्ला नारे.

Date:- 09 Aug 2021 Man.
✒️ Huzaifa Patel 
   Dedicated Worker
Bharuch, Gujarat- India 
       Wh.9898335767 
भारत देशके हालात और विश्व मुलनिवासी दिवस के दिन भारत देशमे क्यु नफरत फैलाने का षड्यंत्र हो रहा हे? जिसमे मुस्लिम  समाजके खिलाफ  10- दस सालों के बच्चों तक को नफरत करने मे उकसाने का पुरे प्लानिंग के साथ काम हो रहा हे, हम देख रहे हे, सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के साथ विश्व  मुलनिवासी के दीन इस देश मे क्यु दंगा फसाद करने वाली विचारधारा को और उत्तेजित करने का काम करने वाले कट्टरपंथी और देश विरोधी प्रवृत्ति करने वाले व्यक्तियों और संस्थान को खुल्ली छुट दे रखी हे?

     यंहा मे मुस्लिम  समाज को इस मेसेज के माध्यम से खास आज 9 Aug का दिन जो हे उसपर ध्यान केंद्रित करवाना चाहता हु, UNO द्वारा 9 Aug 1982 के दीन दुनिया के हर लोकतांत्रिक देशकी मुलनिवासी जनता के हक और अधिकार के साथ भौगोलिक (वातावरण) के खास उद्देश्य से *विश्व मुलनिवासी हक अधिकार के लिये खास बैठक बुलाई गई,* जिसके बाद  9 Aug 1994 के दीन दुनियाभर के अलग अलग देशके मुलनिवासी प्रतिनिधि मंदर बुलाकर *9 AUG के दीन विश्व मुलनिवासी दिवस मनाने का और इस दीन तमाम लोकतान्त्रिक  देशमे उस देशके मुलनिवासी लोग अपने हक अधिकार और जल-जमीन, जंगल के साथ अपने देशकी मुलनिवासी समुदाय को जागृत करने का दिन मनाईगी, ये ते किया गया.*

   लेकिन मेने देखा हे इस विश्व मुलनिवासी दिन को लेकर मुस्लिम समाजकी संस्थान और समाजकी परहे लिखे  लोगों  मे इस दिन को लेकर सायद "ना" जानकारी हे, ना इस दीन को लेकर हमारे देशके मुलनिवासी समुदाय को लेकर इस देशके संविधान और मानवजाति को बचाने के साथे खुद के समाज के अधिकार और न्याय के लिये कोइ खास रुची हे,जिसका कारण जानकारी का अभाव देखने को मिल रहा हे, *खास तौर पर यंहा लिखता चलु जो लोग इस देशमे मुस्लिम विरोधी और खास हिन्दू कट्टरपंथी विचारधारा*  चलाकर देशके मुलनिवासी समुदाय को इस विश्व मुलनिवासी दीन एक होने से रोकने की साजिश पुर जोर कर रहे हे, जिसका जिता जागता उदाहरण   आजही के दीन दिल्ली जंतर मंतर पर कट्टरपंथी लोग जमा होकर मुस्लिम और इस्लाम विरोधी नारे लगा रहे थे ये खास सोची समझी साजिश हे, *जिसको मुसलमानों को समजना पडेगा, एसी कई बाते हे जो हमे वर्तमान की परिस्थितियों को समझने के लिये इतिहास की घटनाओं को समझना जरुरी हे.*
 
NDTV रिपोर्ट 
  
     मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवी और संघर्षशील लोगों को ये समझना जरुरी हे, वर्तमान की हमारी जितनी समस्याएं हे और दिन-ब-दीन साजिश मे हम गिरते जा रहे हे उसको अच्छे से समझना जरुरी हे. सिर्फ सोशल मिडिया मे एक दुसरे को विडियो मेसेज और अन्य सामग्री शेर करने से आप समाज के शुभचिंतक और खैरखवाह नही हो सकते हे, *इसके लिये आपके पास समाजके लिये खुदको समर्पित (जिंदगी वक्फ) करना  पडेगा जबतक आप इस लेवल तक नही पोहचते "ना" आप दुशमन को समज सकते हे "ना" दुशमन की चालों  को समझ सकते हे.*

    *हम देख रहे हे हमारे मुस्लिम समाज की कुच संस्थान और कुच लोग समाज को एजुकेशन पर आगे बडाने का प्रयास बहोत ताकत लगाकर कर हे,* मेरा मानना हे हमारी और तमाम मानवजाति की समस्याओं का समाधान सिर्फ एजुकेशन मे नही हे, इसके लिये खास तोरपर मुस्लिम समाज को *समाज के लिये खुदको समर्पित करने की मजबुत सोच ओर विचारधारा के साथ मुस्लिम युवाओ* को खास हर क्षेत्र जैसे (धार्मिक,सामाजिक,राजकीय)  जानकारी (इल्मा) के साथ सलाहियत मंद बनाने और किसीभी समस्या और चैलेंज का मुकाबला करने वाली सक्षमता बनाने के पिछे मेहनत करने के बाद आप निश्चित आपकी समस्याओं का समाधान और दुशमनो की साजिश का मुकबला करने मे सफलता प्राप्त कर सकते हे, *बाकी सिर्फ एजुकेशन के पिछे सारी ताकत लगा देना मेरे अभ्यास से समाज के लिये कुच काम नही आ सकता हे,*  इसी बातको समझाने के लिये मे संविधान निर्माता *र्डा.बाबासाहेब आंबेडकर* ने अपने जिवन के अंतिम समय मे अपनी पुस्तक मे लिखा हे "मुझे परहे लिखे लोगों ने धोका दिया" *इसबात को मेरा मुस्लिम समाज जितने जलदी समझ जाये उतना हमारी आने वाली नशलो के लिये अच्छा हे.*


    *और बहोत सी बाते हे जिसपर हमे मनो-मंथन करना जरुरी हे, बाते नही एक्शन मे आने की जरुरत हे.*

    _मेसेज अच्छा लगे तो आप आगे मुसलमानों को जागृत करने के लिये आगे शेर करे._
 

 


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