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Saturday, 11 September 2021

पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) पांच कार्य मानवजाति को अर्पित .

*पुरी दुनिया की मानवजाति के लिये पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) क्या लेकर आये❓*

          Date: 11 Sept 2021
    ✒️  Huzaifa Patel 
          Dedicated Worker 

        आजका ये विषय पर लिखा जानेवाला लेख खासतौर पर मुस्लिम समाजके दिनी उल्माए किराम और सामाजिक संस्थान के चलाने वाले और वर्तमान मे अलग अलग परिस्थितियों पर अभ्यास करने वालों के लिये *बहोत गौर करने के साथ इसपर मजीद मनो मंथन करते हुये प्रचार के लिये आसान और अमली रणनीति बनाने की तरफ ध्यान करना जरुरी हे.*

         *सबसे पहेले हम पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ)  दुनिया की तमाम मानवजाति के लिये क्या योगदान हे❓* इसपर मेरे बहोत अभ्यास करने के साथ कुच अमली कार्यो के बाद मे इस नतीजे पर पहुँचा *पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) अपने जिवन मे पुरी मानवजाति दुनिया के आखिरी दीन (कयामत) तक आने वाले इन्सान के लिये पांच कार्यों को लेकर आये.*
     *नंबर*
       1️⃣   *समानता*
       2️⃣   *अधिकार* (हिकमत और हिम्मत)
       3️⃣   *समर्पित होने की सोच*
       4️⃣   *दुरअंदेशी* (फिरास्त)
       5️⃣   *मकसद* 

     *ये पांच एसे विषय हे जिनसे आजभी मुस्लिम समाज बहोत दुर हे यंहा तक के ये विषय पर मेने अपने जिवन मे मुस्लिम समाज के धार्मिक गुरुओं और दिनी तंजीमो को किसी तरहा का कार्य करते हुये नही देखा,* ये विषय एसे हे जो कयामत तक आने वाले इन्सान के लिये कामयाबी और हर परेशानी का समाधान का सबब बन सकता हे, लेकीन बहोत ही अफसोस के साथ केहना पडता हे, पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) ने इन्सानियत को जिस तरहा  तर्क वितर्क के साथ अमली कार्यों से इतना मजबूत तैयार किया जिसके बाद उस वक्त के तमाम जुल्म और तानाशाही करने वाली हुकूमत की शक्तियों को हार का सामना करना पडा, लेकिन आज हमारे मुस्लिम समाज मे तर्क वितर्क करने की समता 00.09 % मुझे नजर आती हे, *जो कौम सोचना और समझना छोड़कर जिवन जीती  हे,वो सिवाय बरबादी और जहालत के शिकार और दुनिया परस्त लोगों की गुलामी के सिवा कुच नही देख सकती हे.*
      

       *"अब हम पांच कार्यों पर  समझने का प्रयास करते हे"*

     नंबर 1️⃣  *समानता* पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) ने हर तरहा के कबिलावाद,नसबवाद,भेदभाव,और उंचनिच ,काला-गौरा, अमीर-गरीब,राजा-प्रजा को एक समान करने की सोच पुरी मानवजाति के लिये अमली कार्यो के साथ अर्पित की हे.
  
     नंबर 2️⃣ *अधिकार* पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) ने इन्सानियत को बोलने का अधिकार लिखने का अधिकार अच्छे काम करने का अधिकार को लेकर हिकमत और हिम्मत देने का अमली कार्यो के साथ अर्पित किया हे.

     नंबर 3️⃣ *समर्पित होने की सोच* पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) इन्सान को अपने जिवन मे दोस्ती और दुश्मनी करने के साथ कोई भी अच्छे कार्यो को पुरी कायनात के मालिक के रजा के लिये करने की सोच अमली कार्यों  से तैयार किया और कयामत तक आने वाले इन्सान के लिये अर्पित किया हे.

   नंबर 4️⃣ *दुरअंदेशी* पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ)  इन्सानों को आने वाले वक्त को देखने समझने की सलाहियत के साथ उसके लिये तैयारी करने को लेकर पुरी तरहा अमली कार्यों के साथ समझाया यंहा तकके इन्सान के  मरने के बाद आखिरत (हिसाब के दिन) के लिये तैयार किया.

      नंबर 5️⃣ *मकसद* पैगम्बर मोहम्मद (ﷺ) बिना मकसद की जिने वालें इन्सानियत के लिये न्याय,इन्साफ के साथ बेहतरीन सामाजिक व्यवस्था बनाने और अन्याय-जुल्म को रोकने के मकसद की मजबुत विचारों पर  पुरे अमल के साथ समझाने के साथ खास लोगों को अपने जिवन मे तैयार करके पुरी मानवजाति को अर्पित किया.


     ये पांच कार्यों मे मजीद बातें समझना जरुरी हे, इसपर किस तरहा काम किया❓उस वक्त के हालात क्या थे❓हमारे इस वक्त के हालात क्या हे❓हमे कैसे काम करना हे❓ हमे कुएँ ये पांच काम करना हे❓ इसको समझकर आगे बढने की जरुरत हे, जिसके लिये इन कार्यो के प्रचार और मजबूत कार्यनीति बनाकर आगे बढना बहोत जरुरी हे.


       _अगर कोई मुस्लिम संस्थान इन कार्यों पर काम करना चाहती हो हमारा संपर्क करे हम हमारी तरफ से हर मुनकीन मदद करेंगे..._

      *आने वाले लेख मे किसी इन्सान को कौनसे उद्देश्य को ध्यान रखते हुये अपना जिवन जीना चाहिये❓और मुस्लिम संस्थान को कौन से उद्देश्य से रणनीति बनाकर कार्य करना चाहिये❓ इसपर चर्चा करेंगे।*

     *इस लेख को अ‍पने आसपास के उल्माए किराम और मुस्लिम संस्थान चलाने वालें हर व्यक्ति तक जरुर शेर करे.*


social active foundation SAFTEAM GUJ.

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