हमे स्कूल कालेजों मे जो पढ़ाया जाता है उनमें से बहुत सा इतिहास आधा सच होता है, जैसे की हवाई जहाज़ का अविष्कार राइट ब्रदर्स ने ‘लियनएर्डो दा विन्सी‘ की मॉडेल से प्रेरणा ले कर किया था मगर यह नही बताया जाता की ‘लियनएर्डो दा विन्सी’ के 600 साल पहले एक मुस्लिम वैज्ञानिक ने ना सिर्फ़ हवाई जहाज़ का मॉडेल बनाया बल्कि उसे खुद ने सफलतापूर्वक टेस्ट भी किया। वो शख्स था “अब्बास कासिम इब्न फिर्नास” जिनका जन्म 810 ई मे स्पेन(उस समय स्पेन पर अरबों की हुकूमत थी, और उसे मुसलमानों ने साइंस और टेक्नोलॉजी का मरकज़ बनादिया था) मे हुआ था, जो एक इंजिनियर, अविष्कारक, विमान-चालक,चिकित्सक, अरबी कवि भी थे।
इतिहासकार फिलिप हिती की किताब "अरब के इतिहास" के अनुसार, आकाश में उड़ान भरने के इतिहास में पहला वैज्ञानिक प्रयास अब्बास कासिम इब्न फिरनास ने ही किया था।
– इस किताब में यह भी कहा गया है कि विमान के अविष्कारक विल्बर राईट और ओर्विल्ले राईट कहे जाते है, लेकिन इन दोनों से पहले ही उसने 875 ईसवी में आकाश में उड़ने का कामयाब प्रयास किया था | उसने यह सफल प्रयास एक ग्लाईडर को लेकर किया था।
उसको 10 मिनट लगातार कामयाबी से उड़ाने के बाद आकाश से नीचे उतरने का कारनामा सेंकड़ों लोगो ने देखा था|
आज इस इंसान कि की गयी पहली कोशिश के कारण ही हम आकाश में उड़ पाते है और इनके सम्मान में चाँद पर पाए जाने वाले एक बड़े गड्ढे का नाम इब्न फिरनास क्रेटर रखा गया है।
इतिहासकार लिखते है की देखने वालो ने बताया की यह उड़ान हर पक्षी से तेज़ था।
अनदुलिसिया की एक ऊंची मिनार से सफलतापूर्वक छलांग लगाकर पैराशूट का अविष्कार और आईडिया भी इन्हीं के हिस्से में है। इसके अलावा इनके बहुत से अविष्कार हैं उनका ज़िक्र अगली पोस्ट में...
दूसरी तस्वीर में बग़दाद के हवाईअड्डे के बाहर इब्न फर्नास की स्टैच्यू बनी दिखाई गई है।