- बिहार पटना,
- 29 जून 2022,
पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. आरजेडी के 75 विधायक चुनकर आए थे और बीजेपी के 74 थे. वहीं, AIMIM ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपना परचम लहराया था.
- RJD बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है
- बिहार में AIMIM के पांच विधायक जीते थे
महाराष्ट्र के बाद बिहार में बड़ा सियासी बवंडर मचा है. यहां AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी को तगड़ा झटका लगा है. AIMIM के चार विधायकों ने RJD का दामन थामने का फैसला किया है. बिहार में AIMIM के पांच विधायक चुनाव जीते थे.
AIMIM के टिकट से अमौर सीट से अख्तरुल ईमान, बायसी से सैयद रुकनुद्दीन अहमद, जोकीहाट से शाहनवाज आलम, कोचाधामन से मोहम्मद इजहार असफी, बहादुरगंज से मोहम्मद अंजार नईमी विधानसभा पहुंचे थे. इसमें चार RJD में शामिल होंगे. अमौर सीट से अख्तरुल ईमान अभी AIMIM के साथ हैं. चार विधायकों के AIMIM छोड़ने के बाद RJD बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. आरजेडी के 75 विधायक चुनकर आए थे और बीजेपी के 74 थे. इस चुनाव में वीआईपी के टिकट पर चार उम्मीदवार जीतकर विधायक निर्वाचित हुए थे, जिसमें एक का निधन हो गया था. ऐसे में तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. इससे बीजेपी का आंकड़ा 77 पहुंच गया था.
वहीं, आरजेडी के विधायकों के आंकड़े को देखे तो 2020 में 75 विधायक जीते थे और 2022 में हुए उपचुनाव में एक सीट आरजेडी के खाते में आई. इससे उसका आंकड़ा 76 पहुंच गया था. अब ओवैसी की पार्टी के चार विधायक आरजेडी में शामिल होने से उसके 80 विधायक हो गए हैं और वो सूबे की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
AIMIM ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपना परचम लहराया था. सीमांचल इलाके में 24 सीटें हैं. इनमें से अधिकतर सीटें मुस्लिम बहुल है जिस पर महागठबंधन के जीतने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन लोगों ने एआईएमआईएम के हक में फैसला सुनाया था.
कहीं ना कहीं AIMIM के जीतने से महागठबंधन को नुकसान हुआ था. कई सीटें ऐसी भी थी जहां महागठबंधन और AIMIM के बीच वोटों का अंतर बहुत ही कम था. हालांकि अब इसकी भरपाई लगभग हो गई है.
बिहार: AIMIM के 4 विधायक RJD में, बदला विधानसभा का गणित.. BJP-JDU में अंतर्कलह के बीच क्या खत्म होगा NDA राज?
NDA से 6 विधायक कम हो जाएं तो उनके पास 120 सीटें बचेंगी और एक निर्दलीय को साथ लेकर भी वह जादुई आंकड़े से दूर रह जाएगी. वहीं महागठबंधन को 7 और विधायकों की जरूरत होगी.
बिहार: AIMIM के 4 विधायक RJD में, बदला विधानसभा का गणित.. BJP-JDU में अंतर्कलह के बीच क्या खत्म होगा NDA राज?
NDA से 6 विधायक कम हो जाएं तो उनके पास 120 सीटें बचेंगी और एक निर्दलीय को साथ लेकर भी वह जादुई आंकड़े से दूर रह जाएगी. वहीं महागठबंधन को 7 और विधायकों की जरूरत होगी.
एक नजर विधानसभा के गणित पर
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं. 2020 चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें आरजेडी के खाते में आईं. कांग्रेस, महागठबंधन की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतर पाई. वहीं वामदलों ने ठीक ठाक प्रदर्शन किया. बीजेपी ओर जेडीयू सरकार बनाने लायक सीटें ले आईं. सहयोगियों का समर्थन था ही. सो सरकार भी बन गई. मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को 3 सीटें मिली थी. लेकिन बीजेपी ने एक झटके में उसके तीनों विधायक अपने पाले में कर लिए. ऐसे में सहनी के आरजेडी के साथ जाने की संभावना तो खत्म हो गई. लेकिन एआईएमआईएम के 4 विधायकों के साथ आने से आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के हाथ मजबूत हुए हैं.
सत्ता पक्ष
NDA | 126 |
भाजपा | 77 |
जेडीयू | 45 |
हम | 4 |
विपक्ष
महागठबंधन | 115 |
आरजेडी | 80 |
कांग्रेस | 19 |
लेफ्ट | 16 |
निदर्लीय- 1
एआईएमआईएम- 1
महागठबंधन सत्ता से कितनी दूर?
अब विधानसभा में आरजेडी के 80 विधायक (स्वीकृति मिलने के बाद) हो गए हैं. कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 मिलाकर, महागठबंधन के पास कुल 115 सीटें हो गई हैं. वहीं बीजेपी(77), जेडीयू(45) और हम(4) को मिलाकर एनडीए के पास अब भी 126 विधायक हैं. यानी उसके पास 122 के जादुई आंकड़े से 4 सीटें ज्यादा है. कुल मिलाकर महागठबंधन अभी भी जादुई आंकड़े से दूर है और ऐसे में फिलहाल सत्ता में उलफेर की संभावना बनती नजर नहीं आ रही है. सरकार बनाने के लिए उन्हें एनडीए के खेमे से कम से कम 6 विधायक तोड़ने होंगे. एनडीए से 6 विधायक कम हो जाएं तो उनके पास 120 सीटें बचेंगी और एक निर्दलीय को साथ लेकर भी वह जादुई आंकड़े से दूर रह जाएगी. वहीं महागठबंधन को जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए 7 और विधायकों की जरूरत है.
ये 4 विधायक आरजेडी में शामिल हुए
अख्तरुल इमाम के दावे की निकली हवा!
वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को पांच सीटों पर जीत मिली. इनमें पूर्णिया ओर किशनगंज जिले की विधानसभा सीटें अमौर, कोचाधाम, जोकीहाट, बायसी और बहादुरगंज शामिल हैं. इनमें से जिन चार सीटों पर जीते विधायक अब आरजेडी में शामिल हुए हैं, उनमें कोचाधामन सीट से विधायक मुहम्मद इजहार अस्फी, जोकीहाट से विधायक शाहनवाज आलम, बायसी से विधायक रुकनुद्दीन अहमद, बहादुरगंज से विधायक अनजार नईमी शामिल हैं.
एआईएमआईएम नेता अख्तरुल इमाम ने पिछले दिनों कहा था कि बिहार में उनकी पार्टी एक छोटी पार्टी है और इसलिए बड़ी पार्टियां 2020 विधानसभा चुनाव के बाद से ही हमारी पार्टी के विधायकों से संपर्क कर रही हैं. उनका दावा था कि उनकी पार्टी के नेता कहीं नहीं जा रहे हैं. अब उनको छोड़ बाकी चारों विधायक आरजेडी में शामिल हो गए हैं और इमाम के दावों की हवा निकल ग