सामाजिक कार्यो मे एक्टिव और प्रयासिल व्यक्ति को ध्यान करने वाली बातें .
नं १ - अगर आप किसी कार्यों को निर्धारित कर चुके हे प्रोग्राम करना हो या फिर संस्थान बनाने को लेकर उस्से कभिो पिछी ना हतना.
नं २ - आम जन जिवन जिने वाले व्यक्ति जो आपसे मजबूत संपर्क ना बना सका हो कोई अहम भुमिका ना निभाता हो उसकी बातों मे सिर्फ नोट करे अमल करने के लिये फैसला करने मे उसका इस्तेमाल ना करे.
नं. ३ - संगठन अपने विचारो पर आधारित होता हे वो समाज के आम विचारो के साथ कभी नही चलता हे.