*मुसलमानो के नाम हमारा ये मैसेज,*
*विषय:-* _मुस्लिम समाजकी राजक्रिय प्रतिनिधत्व ना होना और मिलने के जिम्मेदार क्या पोलिटिकल प्रवुतिया करने वाले है,_
Da.31/07/2019
✒ *हुजैफा पटेल भरूच गुजरात*
SAF🤝Team Mo.9898335767
*सबसे पेहले में ये खुलासा कर देना चाहता हु में किसी पार्टिका हिमायती नही हु..*
*सभी सोशोयल मीडिया के मुस्लिम सुपचिन्तक युवा और वडिलों से प्यारा सलाम, हमारे आज के विषय मे हमारा आने वाला कल ओर वर्तमान समयकी हजारो समस्यों का संविधानिक अधिकार प्राप्त करने का बहोत बड़ी जरूरत है,*
*मुस्लिम समाजको पोलिटिकलि नेतृत्व ना मिलने के जिम्मेदार क्या सिर्फ पोलटिकल लोग जिमेमदार है❓ अगर आपकी सोच ये है के "हा" पोलिटिकली लोग जिम्मेदार है तो ये सरासर गलत, बेवकूफी वाली बात और खुदको समाजको गुमराह करने वाली बात है, किसीभी समाजको भारत जैसे विशार देशमें अपना नेतृत्व स्थापित करने के लिये बहोत सारी इतिहास और वर्तमान समयकी समस्याओं का खूब अभ्यास करना जरूरी है,*
*हमारा मानना है, मुस्लिम समाजकी सिर्फ राजक्रिय परिस्थियां कमजोर और लाचार नही है, बलके आप समाजिक लीडरशिप,मु. समाजकी पुरानी संस्थाओ, संगठनों के हालात और उनकी गतिविधियों और तमाम प्रूवतियो के हालात देखो, येही काफी नही है, आप दीनी मदरसों, मस्जिदों, दीनी संस्थाओ का अभयास करो क्या हालात है❓*
*भारत देशके मुसलमानो को हर पेहलु में कमजरो करने की साजिश आजादी के पेहले से चलती आ रही है, याब सवाल होता है, आप के जेहनो में तो इसका जिम्मेदार कोने है❓तो सबसे पेहले किसिभ समाजको अपनी हर क्षेत्रों में मजबूती ओर ताकत इख्तियार करने के लिये उस समाजके परहे लिखे (एज्यूकेशनल) लोंगों ओर समाजके अगेवानो, लिडोरों ओर जागृत युवाओ के साथ मा-बहनों ओर बच्चों की समाज पार्टी मानसिकता बहोत बड़ा काम करती है, जिसके विषयमें हमे बहोत सोचना जरुरी है, के हनरे समाजकी मानसिकता है क्या❓ तो आप देखे हमारे समाजके 99% लोग सिर्फ अपनी जिंदगी जीने में मस्त है, समाजके प्रति अपनी जिम्मेदारी के बजेत आती है तो ये लोग कहते है छोड़ो समाजको अपना करो, क्या ये सोच इतनी बड़ी संख्या में जिस समाजमे हो उसका विकाश ओर समाजिक, राजक्रिय, नेतृत्व मिलना मुश्किल है,*
*हम इस लेख को ज्यादा आगे नही बरहे ते है, हमारी एक नही हजारो अनुभव केहते है समाजकी वर्तमान राजक्रिय ओरिस्थिति कमजोर और बिना नेतृत्व के होंने के जिम्मेदार हमारे पोलिटिकली लोग ही सिर्फ जिम्मेदार नही है, इसमे बहोत से लोग जिम्मेदार है, जिसमे अवाम मुस्लिम समाज के हर वो व्यक्ति जो 18 साल से बड़ा है और जिन्हों ने की बार वोट दिया है, ओर देने वाले है वो सभी अमीर,गरीब इसमे आते है, रही बात इसमें ज्यादा जिम्मेदार कौन है❓ तो इसका जवाब आसान है आज हमारे भारत देशमें जिन लोगों ने सत्ता प्राप्त की है इसका अभ्यास करो सारे सवालों का जवाब उसी में मिल जायेगा,*
*मेरा खुदका अनुभव है , की दफा समाजके उनवान से मुलाकात की गई जिसमे ऐसे अनुभव हुये आप सोच नही सकते है, कूच तो ऐसे लोगों से एमुलक्ट हुई जिन्होंने अपने खुदके खर्चे से दो तीन मस्जिदे बनाई है, वो कहते है समाजको छोरो अल्लाह अल्लाह और अपना करो येही काफी है,*
*आप समजें के नही आजकल हमारे लोग मुस्लिम समाजकी कुच समस्याओं पर काम करने खड़े होते है, जैसे रॉड,गटर, पानी, जैसी समस्यो पर तो बना समजें सोचे ओर आयोजन कर बगेर सारी समस्याओ का समाधान जल्दबाजी में धुंते है ये बहोत हदतक समाजको बहोत बहोत नुकसान करने वाली है,*
मैसेज अच्छा लगे तो आगे शेर करना।