⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐⭐ date :- 24/12/2016
*तबलीगी जमात की अहमियत को समझये*
*तबलीगी जमात का तआरुफ (Introduction)*
तबलीगी जमात दुनिया की सब से मुनज़्ज़म जमात है जिस के साथ 213 मुल्को के 150 मिलियन (150,000,000) लोग वाबस्ता है इस जमात की कोई ज़ाति वेब साइट नहीं है कोई सरकारी इमदाद नहीं है कोई इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट या मीडिया नहीं है सहाबा की तर्ज़ पर काम करती है सुन्नत पर अमल करती है,ज़ुबान पर अल्लाह का ज़िक्र,आँखों में शब् बेदारी के आसार,पेशानी पर सजदों के निशान,एक हाथ में ज़रूरी सामान,दूसरे हाथ में तस्बीह बे शुमार तबलीगी जमाते अपने मख़्सूस अंदाज़ में देहात देहात शहर शहर मुल्क मुल्क अपने कदमो को गुर्द आलूद करते हुए इस्लाम की तबलीग़ में मसरूफ है
*तबलीगी जमात का मकसद*
तबलीगी जमात कोई फिरका या मसलक नहीं है बल्कि अहलेसुन्नत वल जमात की एक तहरीक है। एक ऐसी तहरीक जिस का वजूद कौम व मिल्लत की दिन से दूरी के दर्द को दिल में जगा देने वाले शख्स का इख्लास है। एक ऐसी तहरीक है जिस को सिर्फ इस लिए अमल में लाया गया ताके मुस्लिम अवाम अपने ईमान की सलामती के साथ दुनिया से जाए। एक ऐसी तहरीक जिस ने पूरी उम्मते मुहम्मदिया की दिनी बक़ा की फ़िक्र की। जिस तहरीक के तहत मुसलमानों में बे दिनी के माहौल को ख़त्म करने का अज़्म लिया गया। जिस के ज़रिये ये फ़िक्र आम की गई के उम्मत किस तरह जहन्नम के सख्त अज़ाब से बच कर जन्नत में जाने वाली बन जाए।
लेहाज़ा तबलीगी जमात का मक़सद आख़िरत की कामयाबी का हासिल करना है के हमारी असल ज़िन्दगी यानी आख़िरत संवर जाए हम और हमारे तमाम मुसलमान भाई जन्नत में जाने वाले बन जाए
ये तहरीक जहाँ अच्छाई का हुक्म करने और बुराई से रोकने का काम अन्जाम दे रही है वही दुनिया को अमन और सलामती का पैगाम भी पहोंचा रही है।
*तबलीगी जमात की मक़बूलियत*
आज तबलीगी जमात सारी दुनिया में मक़बूलियत पा चुकी है और ये मक़बूलियत खुदा की तरफ से है अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने इस तहरीक की मेहनत और खुलूसे फ़िक्र को कुबूलियत से नवाज़ कर सारी दुनिया में इस की मक़बूलियत को आम कर दिया है
गुज़िश्ता हज़ार सदियों में शायद ही किसी तहरीक को इतनी जल्द इतनी बड़ी कामयाबी मिली हो जो तबलीगी जमात को सिर्फ आधी सदी में हासिल हुई है
*इस तहरीक की कामयाबी की वजूहात*
1 इस तहरीक का ताल्लुक मसलके अहले सुन्नत वल जमात से होना
2 अपनी ज़ात की इस्लाह और इमान की हिफ़ाज़त की मुकम्मल फ़िक्र करना
3 पूरी दुनिया के मुसलमानो की दिनी फ़िक्र को लेकर चलना
4 अपनी जान,माल और अपने वक़्त को बिना किसी दुनियावी नफ़े के सिर्फ अल्लाह के लिए दिन के काम में खर्च करना
5 फ़राइज़ व वाजिबात के साथ साथ सुन्नते नबवी और इत्तेबाये सहाबा की बे हद पाबन्दी करना
6 ईमान,नमाज़,इल्म व ज़िक्र,इकरामे मुस्लिम,इख़्लासे निय्यत और दावत व तबलीग़ की मेहनत को हर आम व ख़ास तक पहुचाना
7 उलमा की रहनुमाई में रह कर काम करना और उनका हद दर्जे तक एहतेराम करना
8 तबलीगी सफ़र में मसाजिद को मुकम्मल आदाब के साथ अपनी क़याम गाह बनाना
9 हर काम आपसी मशवरे से तय करना
10 अपना एक अमीर बना कर उसकी मान कर चलना
ये अहम उमूर है जिन के सबब तबलीगी जमात को तक़वीयत और कुबूलियत हासिल है
*तबलीगी जमात की मुखालिफ़त*
आज कल तबलीगी जमात की मुखालिफत भी की जाने लगी है बात साफ़ है जब पेड़ पर फल आने लगते है तो पत्थर भी फेंके जाते है लेकिन अफ़सोस है उन लोगो पर जो अलल एलान इस की मुखलिफत करते है। शायद वो इस तहरीक के आलमी नताइज से ना वाकिफ है। अगर इस तहरीक से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोग कम इल्मी की वजह से गलतियां करते है या बे उसूली से काम ले रहे है तो इस का मतलब ये तो नहीं के सिरे से इस तहरीक को ही बदनाम करना शुरू करदे।
हमारे इस मुखालीफति इक़दाम से जहाँ दूसरे बातिल फिरके हमारे मसलक का मज़ाक उड़ाते है और हमें आपसी इंतेशार का शिकार बताते है वही वो लोग भी बद ज़हन होते है जिन की दिनी इस्लाह तबलीगी जमात की वजह से हुई है
जिन को मस्जिद का पता ही इस तहरीक की मेहनत से मिला है जिनकी नमाज़ वगैरा इसी तबलीगी जमात में जा कर दुरुस्त हुई है
इस बात को समझये के अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने इस तबलीगी जमात की तहरीक के लिए अहले सुन्नत वल जमात का इंतेखाब किया और बे इंतेहा कुबूलियत से नवाज़ा ये हमारे लिए खुश किस्मती और फख्र की बात है
अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त इस तहरीक की और इस से मुनसलिक काम करने वालो की हिफ़ाज़त फरमाये
आमीन
⭐DAWAT O TABLIGH⭐
Ummat ki zimmedari