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Wednesday, 14 December 2016

हज़रत अली के 40 अनमोल वचन


date 14/12/2016
Hazrat Ali Sayings in Hindi
हज़रत अली के 40 अनमोल वचन
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मुश्किलों की वजह से चिंता में मत डूबा करो! सिर्फ बहुत अंधियारी रातों में ही सितारे ज्यादा तेज़ चमकते हैं.
एक अच्छी रूह और दयालु ह्रदय को कोई चीज़ इतनी दुःख नहीं पहुंचाती जितना उन लोगों के साथ रहना जो उसे नहीं समझ सकते.
महान व्यक्ति का सबसे अच्छा काम होता है माफ़ कर देना और भुला देना.
ज़िन्दगी में दो तरह के दिन आतें हैं एक जिसमे आप जीतते हैं,और दूसरा वो दिन जो आपके खिलाफ जाता है. तो जब तुम्हारी जीत हो तो घमंड मत करो और जब चीज़ें तुम्हारे खिलाफ जाएँ तो सब्र करो. दोनों ही दिन तुम्हारे लिए परीक्षा हैं.
जब दुनिया आपको घुटनों के बल गिरा देती है तब आप प्रार्थना करने की सर्वोत्तम स्तिथी में होते हैं.
Hazrat Ali Sayings in Hindi
सब्र से जीत तय हो जाती है.
शिष्टाचार अच्छा व्यवहार करने में कुछ खर्च नहीं होता पर यह सबकुछ खरीद सकता है.
सम्मान पूर्वक साफगोई से मना कर देना एक बड़े और झूठे वादे से बेहतर होता है.
इन्सान भी कितना अजीब है की जब वह किसी चीज़ से डरता है तो वह उससे दूर भागता है लेकिन यदि वह अल्लाह से डरता है तो उसके और करीब हो जाता
चुगली करना उसका काम होता है जो अपने आप को बेहतर बनाने में असमर्थ होता है.
Hazrat Ali Sayings in Hindi
तुम्हारे दोस्त भी तीन हैं और दुश्मन भी तीन.
तुम्हारे दोस्त ….एक तुम्हारा दोस्त, तुम्हारे दोस्त का दोस्त और
तुम्हारे दुश्मन का दुश्मन तुम्हारे दुश्मन ….. तुम्हारा दुश्मन, तुम्हारे दोस्त का दुश्मन और तुम्हारे दुश्मन का दोस्त
आँखों के आंसू दिल की सख्ती की वजह से सूख जातें हैं और दिल बार बार गुनाह करने की वजह से सख्त हो जाता है.
तुम्हारा एक रब है फिर भी तुम उसे याद नहीं करते लेकिन उस के कितने बन्दे हैं फिर भी वह तुम्हे नहीं भूलता.
सूरत बगेर सीरत के एसा फूल है जिसमे कांटे ज्यादा हो और खुशबू बिलकुल न हो.
Hazrat Ali Sayings in Hindi
अगर किसी का तरफ आज़माना हो तो उसको ज्यादा इज्जत दो वह आला तरफ हुआ तो आपको और ज्यादा इज्ज़त देगा और कम तरफ हुआ तो खुद को आला समझेगा
कभी भी किसी के पतन को देखकर खुश मत हो क्यों की तुम्हे पता नहीं है भविष्य में तुम्हारे साथ क्या होने वाला है.
खालिक से मांगना शुजाअत है अगर दे तो रहमत और न दे तो हिकमत. मखलूक से मांगना जिल्लत है अगर दे तो एहसान और ना दे तो शर्मिंदगी.
अपनी सोच को पानी के कतरों से भी ज्यादा साफ रखो क्यों की जिस तरह कतरों से दरिया बनता है उसी तरह सोच से इमान बनता है.
आज का इन्सान सिर्फ दोलत को खुशनसीबी समझता है और ये ही उसकी बदनसीबी है.
बात तमीज़ से और एतराज़ दलील से करो क्यों की जबान तो हेवानो में भी होती है मगर वह इल्म और सलीके से महरूम होते हैं .
Hazrat Ali Sayings in Hindi
जो दुनिया में विश्वास रखता है, दुनिया उसे धोखा देती है.
ज्यादा बोलने से बचो क्योंकि इससे गलत बात बोलने और लोगो के आप से बोर हो जाने का डर रहता है.
एक समझदार व्यक्ति के पास हमेशा कुछ कहने को होता है जबकि मूर्ख को कुछ कहने की ज़रुरत होती है.
निश्चित रूप से ख़ामोशी कभी कभी भावपूर्ण जवाब हो सकती है.
प्यास न हो तो पानी की कोई कीमत नहीं होती है, मोंत नहीं होती तो ज़िन्दगी की कोई कीमत नहीं होती और विश्वास ना हो तो दोस्ती की कोई कीमत नहीं होती.
सोने और चंडी की हिफाज़त करने के बजाए अपनी जबान की हिफाज़त करो.
शरीर की पुष्टि भोजन है जबकि आत्मा की पुष्टि दूसरों को भोजन करानें में है.
Hazrat Ali Sayings in Hindi
उस व्यक्ति को कभी सुकून नहीं मिलता जो इर्ष्या करता है और उसे कोई व्यक्ति प्रेम नहीं करता जिसका ख़राब व्यवहार होता है.
तुम विनम्र रहो क्यों की यह सबसे बड़ी प्रार्थना है.
भीख मांगने से बदतर कोई और चीज़ नहीं होती है.
तुम्हे हुक्म दिया गया है की तुम अल्लाह की आज्ञा का पालन करो और तुम्हे इसलिए बनाया गया है ताकि तुम अच्छे कर्म करो.
ईमानदारी तुम्हे अच्छाई की तरफ ले जाती है और अच्छाई तुम्हे स्वर्ग (जन्नत) की दावत देती है.
लफ्ज़ आपके गुलाम होतें हैं मगर सिर्फ बोलने से पहले तक, बोलने के बाद इन्सान अपने अल्फाज़ का गुलाम बन जाता है, अपनी ज़बान की हिफाज़त इस तरह करो, जिस तरह तुम अपने माल की करते हो. एक शब्द अपमान कर सकता है और आपके सुख को समाप्त कर सकता है.
Hazrat Ali Sayings in Hindi
तुम सिर्फ अपने खुदा से उम्मीद रखो और किसी से मत डरो सिवाय अपने गुनाहों के.
जब तुम बीमार हो जाओ तो इससे घबराओ मत, और जितना अधिक हो सके उतना आशावान (Hopeful) बने रहो.
अगर इन्सान को तकब्बुर (घमंड) के बारे में अल्लाह की नाराज़गी का इल्म हो जाए तो बंदा सिर्फ फकीरों और गरीबों से मिले और मिट्टी पर बैठा करे.
सूरत और सीरत (चरित्र) में सबसे बड़ा फर्क ये हे की सूरत धोका देती है जबकि सीरत पहचान करवाती है.
जब तुम्हे खुशिया मिलने लगे तो तीन चीज़ों को ना भूलो
1 आल्लह हो 2 उसकी मखलूक से 3 अपनी असलियत को .
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7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...