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Friday, 14 February 2020

अहमदाबा के रखियाल "शाहीन बाग" आंदोलन की महिलाओं ने मुस्लिम नुयुज पेपर गुजरात टुडे का पेपर जलाकर विरोध किया.

गुजरात टुडे कहे जाने वाले मुस्लिम नुयुज पेपर का अहमदाबाद  की  आंदोलन कर रही मुस्लिम  महिलाओं  ओर बच्चो ने नुयुज  पेपर जलाकर विरोध किया.
SAFTEAM 
14 FEB 2020 , 10:00 pm
Gujarat,Ahmadabad 

 देश मे चल रहे  CAA,NRC,NPR  शाहीन बाग  के आंदोलन के बाद पुरे देशमे हर जगाह शाहीन बाग  आंदोलन चल रहा हे, जिसकी  सुरुआत गुजरात के अहमदाबाद के रखियाल मे ता.14 जनवरी को हुइ, थोडे दिनो बाद  इस   आंदोलन को दबाने के लिये  सरकार  की तरफसे इस   आंदोलन के  आयोजक मे से सुफियान राजपुत को  पोलिश द्वारा गिरफ्तार किया गया, जिसको जामिन के बाद  छोड़ दिया गया.


जिसके बाद   हमारे मित्रों से मालुमात हुई  हे, इस  आंदोलन को कमजोर करने के लिये  कुच  स्थानीय  सामजिक ओर पोलिटिकल  लीडर्स ने  29 जनवरी  के दिन  रखियाल के  शाहिन बाग  आंदोलन से  थोड़े  दुर  दुसरा आदोलन सुरु किया जिसको लेकर गुजरात टुडे  नुयुज पेपर की भुमिका    आंदोलन  को दिशा से भटका ने के लिये  नुयुज मे छपी  खबर का विरोध   स्थानीय  महिलाएं  जो  पेहले दिनसे  रखियाल के  आंदोलन का हिस्सा हे नुयुज पेपर जलाकर अपना विरोध किया.

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अहमदाबा के रखियाल  आंदोलन  के आयोजक  मित्रों से जानकारी लेने के बाद पता चला हे, गुजरात टुडे समाज के नेताओं  ओर  समाजके नामचीन  लोगों  की वाहवाही  के लिये  अहमदाबाद  के राखियाल शाहिन बाग आंदोलन  जो १૪ जनवरी  २०२० जिसका आज १ महिना पुरा हुवा   उस  आंदोलन   को  बाद मे सुरु लिया गया इस तरहा का नुयुज  मे छापने के विरोधमे  अपना   दुख व्यक्त किया  ओर गुजरात टुडे नुयुज  पेपर जिसको मुस्लिम  नुयुज पेपर कहा जाता हे, वो सिवाय पोलिटिकल  लोगों की   कठपुतली के   सिवा  कुच नहीं  हे, एसा लग रहा हे.

 विडियो देखें 

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