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Thursday, 6 February 2020

मोलाना मेहबुब मदनी गुमशुदा होने के देवबंद मे लगे पोस्टर सोशियल मिडिया मे वायरल।

जमियते  उल्माए  हिंदी के सदर मोलाना मेहबुब मदनि के गुमशुदा होने के लगे पोस्टर युपि के देवबंद के घरों ओर गलियोमे सोशियल मिडिया  मे जमकर हो रहे हे वायरल .


08 Feb 2020 
SAFTEAM GUJARAT

उम्मते मुस्लिम के युवाओं  मे  अब बेखोफ होकर समाजके  लिये बोलने ओर एकटिविटि कि हिम्मत अब धिरे धिरे बदति नजर  आ रहि हे, जो  आने वाले समय मे एक  नइ   क्रांति  का आगाज हे.


देवबंद  के घरों  पर लगे पोस्टर 👇
हमे ये नहि  भुलना चाहिये  के जमियते  उल्माए  हिंद संगठन  कि देशकि  आजादी  के लिये कुरबानी  का एक इतिहास  हे जिसको हम कभि भुला नहि सकते हे, लेकिन मुजादा   मुस्लिम समाजके  साथ  देश के हालात मे जिस तरहा JUH का नेतृत्व  रहा हे जिसके बाद  वर्तमान हालात के तव्वजु देने वाले मुस्लिम समाजके युवा  अब तेजि से जमियते  उल्मा ए हिंद के जिम्मेदारों पर सवाल उथाने  लगे हे.



देवबंद  कि  गलियोॉ मे लगे पोस्टर .👇


समाज का कुच तबका  आजभि मानसिक गुलामि मे हे जो ना हालात से सहि तरिके से वाकोफ हे ना जमियत  असल मकसद के जानकार हे, एसे लोग अाजभि मानसिक गुलामि मे  समाजके जिम्मेदारों पर सवाल खदा करना  गुनाह समजते हे, जिसकि वजाह से समाज के इतने मजबुत संगठन  के बावजुद ये संगठन  नसबवाद का शिकार हो गया हे.


देशके मुस्लमान को 73 सालों  से पोलिटिकल  खिलोंना बनाया गया लेकिन  इसमे भि जमियत का कोई  खास प्लान  रणनीति  देखने को नहि मिलि हे, लिंचिंगआतंकवाद,तिन तलाक, 370 कश्मीर ओर बाबरी  मस्जिद के साथ अब  NRC,CAA,NPR को लेकर महिलाओं  का  इतना जबरदस्त  ओर मजबुत   आंदोलन का हिस्सा जब दुसरे समुदाय  के संगठन  खुलकर दे रहे हो  एसे   वक्त मे  जमियत कि खामोशी  इख़्तेयार  करना उनकि लिदरशिप पर सवाल उथना लाजिम हे.


समस्या  हमारी    हे,   हमे   आवाज उठानी   हे.




ऐ   खामोश    रेहबर   तेरि    ये खामोशी    भरि  रेहबरि   हमे कबुल नहिं , तु नहि कर सकता संघर्ष तो तेरि ये रेहबरि कबुल नहो.

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