🔍 हर कोइ औवेशी की नाव में समंदर पार करना चाहता है...
▪️बरसों से राजनीति में जाने की खवाहिश रखनेवालें लेकिन मायूस रहेनेवालों के अंदर अचानक चेतना पैदा हो गई है...कयुंकि मुसलमानों के अंदर कोंग्रेस के अलावा कोइ ताकतवर ओप्शन नहि था...और सीनियर कोंग्रेसी लीडर किसी नये को आगे जगह नही देना चाहते थे...AAP, BSP के प्रयोग फेल हो चुके थे...और अपक्ष लड़ने पर हर कोइ को अपनी हैसियत का पता चल जाता था..
▪️औवेसी की पार्टी को गुजरात में लाने के लिये बहोत से लोगों ने कोशिश की थी, लेकिन MIM ने गुजरात में इस लिये दिलचस्पी नहि दिखाई, क्योंकि गुजरात में मुसलमानों का प्रमाण सिर्फ 9 % है. इस लिये राजनैतिक खवाहिशमंदों ने दूसरी पार्टीया अपना ली...रखियाल, जुहापुरा और बड़ौदा से नौजवानों ने तीन तलाक कानून के बाद जो आंदोलन चलायें, वोह लोग भी अपनी जरूरतों और खवाहिशों के बाद अलग अलग राजनैतिक खेमों में बंट गये...
▪️बिहार विधानसभा में पांच विधायकों के जीतने के बाद कौम पर औवेशी का क्रेज सवार हो चुका है...कौम के मूड को देखते हुये दूसरी पार्टीयों में आखरी बेन्च में बेठे हुये भी मजलिस की भीड में शामिल होने को ही अपना मुकद्दर समझने लगे. हर किसी राजनैतिक परिन्दे को यह अहेसास है कि वोह ओवेशी की हवाओं के सहारे ही अपनी पतंग उडा सकता है...अकेला बीन बजाने पर चंद लोगों के अलावा ज्यादा वोट नहि मिल सकते.
▪️चंद दिनों पहले गुजरात में खडी होनेवाली मजलिस- MIM की ऑफिस में अब 'राजकीय बसंत' आ चुकी है...किसम किसम के फूल यहां आप को नजर आयेंगें...जो कल तक मजलिस को 'कोमवादी'- सांप्रदायिक पार्टी कहेते थे, उन की जबानों से MIM की तारीफ सुनने का मजा कुछ और ही है...
▪️जो लोग SDPI में कुछ दिन पहेले ही जुडे थे, वोह भी रातोरात पार्टी छोडकर मजलिस के गुणगान गाने लगे है. SDPI आधी से ज्यादा खाली हो चूकी है..AAP पार्टी, BSP के भी बहोत से कार्यकताओं ने राजनैतिक टोपी उतारकर औवेसी की पतंग पकड ली है...ताज्जुब तो इस बात का है कि जो कल तक CAA के आंदोलन में मुसलमानों को 'धार्मिक नारे' न लगाने की जोरदार वकालत करते थे, वोह भी अब औवेसी की पार्टी में 'अल्लाहु अकबर' का नारा बुलंद करते हुये नजर आ रहे है...दलित -मुस्लिम संघर्ष समिति खामोश है...जिग्नेश मेवानी के सभी समर्थक आजकाल मजलिस की सभा की शोभा बने हुये है...
▪️नास्तिक, वामपंथी के अलावा अलग अलग मस्लक के मौलाना भी अपना दबाव मजलिस पर बना रहे है...अब नयी एन्ट्री हुइ है वोह 'भाइलोग' है ..गुंडागर्दी और भूमाफिया का इतिहास रखनेवाले, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के रिश्तेदार भी कौम की सेवा करने को तैयार है...
▪️हर कीसी को तमन्ना है कोर्पोरेटर बन जायें...हर कोइ आस लगाये बैठा है...अब दो दिन में लिस्ट फाइनल होगा...
▪️ देखना है कि 'औवेसी की पार्टी' मानी जानेवाली AIMIM पार्टी कौम की 'खिदमत' के लिये किस उम्मीदवार को चुनती है ?- भाईलोग को या आम मुसलमान को❓ हिस्ट्रीशीटर को या नये लोगों को ❓भूमाफियायों को या अच्छी इमेज रखनेवालों को ❓सत्ता की भूख रखनेवालों को या खिदमते खल्क का जजबा रखनेवालों को❓
🎤 The Observer