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Wednesday, 16 November 2016

भारतके हालात पर थोरी बात ओर मेरा अनुभव लीख रहाहु

सबसे पेहले मे आप को सलाम करता हु के आप ने ये लेख परने के लीये यंहा तक आये आपका बहोबहोत सुकरीया ,

आजकी तारीख १६/११/२०१६.              टाइम सुबहा ०१:००

आाजके दीनमे ये लेख इसलीयै लीखता हु के अभी जो हालात हे आजकी तारीखमे वो कीतने खराब हे , ओर कुंयु हे , ओर काय हालात हे, इस्से आम लोगो को काय परेसानी हे , ओर वाकीइ ये फेसला सरकार का सहीहे ५०० ओर १००० की  नोट को बंघकरने का इस्से पुरे भारत मे काय काय हुवा उसका ओर ओर वाकीइ मे काय ये कदम कालाघन रोकपायेगी ओर इस्से भारत देशको ओर देशकी आम जंनता को फायदा होगा  ओर पुरे भारत मे अेसे जीतने भी सरकार के काम होते हे उसका हम वीसतार से बात करैंगे इसमे कुच सोस्सीय मीदीया वोटसओप, फेसबुक , पर ओर टीवीं मीदीया ओर नुयुज पेपरकी कुच बाते ओर कुच मेरे अनुभवकी बात करेंगे ,

सबसे पेहले जबहमारे देशके पीएेम साहाब ने अपने फेसलेको तारीख ८ को रातके ८ बजे फेसला सुनाया के आज रातसे ५०० ओर १००० की नोट बंद ओर इसके आगे ओर कहा के ये नोट अब आपको अपने पुपाने नोट बेंकमे जमा करके नये नोट की पुरी पोर्सेस ररना परेगा ,
पीएेम साहाब ने ओर आगे कहा के ये नोट ३१दीसेंबर तक कुच सरकारी जगाओ पर चलेगी जेसे पोटसओफीश, रेलवे , सरकारी होसपीटल, ओर सभी बेंको , पर इसका सीवकार मान्नीय देट तक चलेगी , ओर आगे कहा के ये फेसला सरकार को कालेघन के लीये करना पराहे इसके लीये आपको तकलीफ होगी लेकीन थोरे दीनोके लीये होगी ,
ये पीएेम साहाबका फेसला बहोत ही गंभीर था लोगोके लीये इस फेसले मे बहोत सी बाते बताइ गईथी जीसको मे यंहा वीसतारसे लीखना नही चाबता कुंयुके आप बहोही अछे से जांते हे ,

इस फेसले के बादसे जेसे देशमे भुकंप आगया लोग इघरसे उघर भागने लगे कोय अेटीएेम की ओर कोय बेंककी ओर कोय जवेलरी की दुकानो पर कोय अपने काले पैसे को सफेद करने के चक्करमे लोग इघरसे उघर भागने लगे इसमे सबसे बरा अगर कीसीने भुकांप का जातका मेहसुस कीया तो आम आदमीने जीसमे घरकी ओरतेभी ओर मां बेहने भी बरी परेसान नजर आइ ओर जोलोग सफरमे थे कुंयुके ये वक्त वेकेसंनका था तो जाबीर हे लोग धरसे बहार वेकेसंमे गये थे वो लोग जायदा हेरान हुये ,

ओर इसके बाद अगर हम हमारी मां ओर बेहनोकी बात करे तो हमारे भारतमे धरकी हमारी ओरते कुचना कुच पैसा जमा करती हे कुच खास नकसदके साथ जेसे बेतूकी सादी के लीये बच्चोकी परहायके ली़े बुरहे मां बाप की दवाय के लीये या फीर कीसी संकत समय के ली़े जो पैसा जोरती हे ओर हमारे भारतकी ओर अेक खासीयट हे के हमारे बच्चेभी पैसा जमाकरने मे लगे रेहतेहे जब सरकारने ये फेसला कीया तो हमारे घरोंमे जेसे भुकंप आगया धरके सारी तीजोरीया ओर बच्चोके जमाकरने के दीब्बे बहार होने लगे सब अपने पैसो मे ५०० ओर १००० की नोट को अलग करनै लगे इस सरकार के ये फेसले से तो हमारे बच्चोके पैसे भी जाहीर करदीये ओर हमारू ओरतोके पैसोको भी सरकार ने जाहीर करदीये लेकीन सरकार ने आज तक अपने पैसे कभी जाहीर कीये हे इस देशका कानुन हे के जबकोय नागरीक चुनावके ली़े खरा होताहे तो उसको अपनी सारी पोर्पटी सरकारको बतानी परती हे आप जांज करे जबसे हमारा देश आजाद हुवा तबसे जीतने नेटालोगो ने चुनावके लीये फोर्म भराहे उंकी पोर्पटी की जांच करे बहोतही कम नेटा होंगे जो अपनी संप्पटी सही दीखाया होगा वोभी आजके नेटा तो कभी नही होसकते ,

खेर हमारी बात कुच दुसरी ओर चली जायेगी हम मुद्दे पर बात करते हे !

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