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Sunday, 2 August 2020

लीडरशिप के लिये जागृति लाना जरुरी हे.

बेहतरीन लीडरशिप  परिवार, समाज  और किसीभी  देश के लिये  कैसी होनी  चाहिये?
कीसी भी परीवार, समाज या देश को प्रगती के पंथ पर ले जाने के लिए एक अच्छे लीडर का होना बेहद आवश्यक है।
                    
अच्छा लीडर वहीं इन्शान बन सकता है जीस के ख्वाब बुलंद हो और वह भी अपने स्वार्थ के लिए न हो यानी खूदगर्ज न हो अपने आप में समाज और देश की सकारात्मक सोच के साथ सेवा करने का जज्बा रखता हो और निस्वार्थ सेवा भाव से लोगों को और समुदायों को एक साथ जोड़ ने की सलाहीयत रखता हो लोगों के हितों के लिए काम करें सत्ता के लालच में नहीं बल्कि लोगों के दुःख दर्द बांटते हुए लोगों की आवाज बनें
                       वह अपने खौफ पर काबू पाने वाला इस का मतलब की अपने इरादों का मजबूत हो, अपने दिल की आवाज सूनने वाला हो क्योंकि एक अच्छे लीडर में चेलेंज को स्वीकार कर उस पर काबू पाने का हुनर भी चाहिए क्योंकि लीडर बनना इतना आसान नहीं आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है बाज वक्त लोग आपका मजाक भी उड़ाते हैं जो लोग दो मिनट पहले आपके लिए जिन्दाबाद के नारे लगाते हैं वहीं लोगों को आपके लिए मुर्दाबाद के नारे लगाते ने भी देर नहीं लगती इस लिए एक अच्छे लीडर को लोगों के कहने पर नहीं जाना लोगों का क्या उनका तो काम ही आलोचना करते रहना है इस लिए आप हमेशा अपने दिल की सोचे और वही करें जो आप का दिल चाहे मुश्किल घड़ी में हिम्मत ना हारे बल्कि संघर्ष करते हुए आगे बढ़ते रहे क्योंकि जो गीर कर उठने का हूनर रखता है उस की ताकत दुगनी हो जाती है एवरेस्ट पर चढ़ने वाला अगर उस की उंचाई देखकर डर जाये तो क्या वह एवरेस्ट सर कर पायेगा इस लिए याद रहे अपने दिल से खौफ को नीकाल दे इतिहास गवाह है बुजदिल इन्शान कभी एक अच्छा लीडर नहीं बन सकता अच्छा लीडर बनने के लिए चट्टानों से टकराने का होंसला चाहिए.

                      अच्छा लीडर हमेशा सच बोलने वाला होना चाहिए क्योंकि सच में वह ताकत होती है कि सच्चा इन्शान जहां खड़ा हो जाए वहां इन्कलाब ला देता है और सच्चे के साथ अल्लाह की भी मदद हो जाती हैं.
                        आखरी बात यह की अच्छा लीडर इन्शाफ करने वाला हो जो इन्साफ पसंद होगा वह लोगों के साथ भी इन्साफ करेगा और यकीन मानीये अगर आप इन्साफ पसंद होंगे तो लोगों को आपके साथ जूडने में देर नहीं लगेगी
                        कुल मिलाकर हमारा रहबर ऐसा होना चाहिए कि जो हमेशा बुलंद ख्वाब देखता हो जो की खूद के स्वार्थ के लिए न हो, अपने खौफ पर काबू पाने वाला हो, सच्चा हो और इन्साफ करने वाला हो
                      यह मेरी अपनी नीजी सोच है जरूरी नहीं कि सब इस बात से सहमत हो.

                   अमीर मलेक
          राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा
             खंभात तालुका अध्यक्ष

7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...