#काशी_मथुरा_बाकी_है???
#बाबरी_मस्जिद पर अधिग्रहण के बाद हिंदुत्व के द्वारा काफी ज़ोर व शौर के साथ काशी व मथुरा की ईदगाह के लिए मांग उठाई गई है
उनका दावा है कि मथुरा की ईदगाह भी अस्ल में मंदिर की जगह है जहां कृष्णा मंदिर था जिसे 1670 ई० में औरंगजेब रह० ने ढहा दिया था!
ये दावा बिल्कुल ऐसा ही है जैसे बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर के लिए किया गया था!
यहां तक कि ताज महल व खाना-ए-काबा तक पर मंदिर होने का दावा ठोक चुके हैं!
इस सूरतेहाल में कुछ लोग बाबरी मस्जिद को फसाना बताकर भूल जाने की बात कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग हास्पिटल व यूनिवर्सिटी आदि की बातें करते हैं
कुछ राम मंदिर के नैतिक मूल्यों के खिलाफ अवैध निर्माण पर मुबारकबाद दे रहे हैं, और कुछ लोग पडोस की मस्जिद में नमाज अदा करने की नसीहत कर रहे हैं, ऐसे लोग दरअसल हिंदुत्व एजेंडे के "ह" से भी परिचित नहीं हैं, दौलत, डिग्री, राजनीति व पदों की चमक से उनकी आंखे चुंधिया गई हैं और अक्ल पर पत्थर पड़े हुए हैं!
"अयोध्या तो झांकी है, काशी - मथुरा बाकी है"!
#बेजमीर मुस्लिम रहबरों, बुद्धिजीवियों, राजनीतिज्ञों, समाजसेवियों को अब इन सबका हल जल्द से जल्द पैश करना चाहिए ताकि ये मसले न बाबरी मस्जिद की तरह लंबे चलें और न इतना खून बहे, न भाईचारा खराब हो और न इनका खुदा - आदरणीय सुप्रीम कोर्ट आत्महत्या करे!
~Danish