Followers

Monday, 20 January 2020

आरएसएस और बीजेपी देशकी आने वाली अपनी नीतियों को बनाने एक हो रहे है। होशियार हो जाये।

आज ही यूपी के ग्रह मन्त्रालय का बयान आया है कि हुकूमत (CAA) वापस नहीं लेगी, और दूसरी बात यह है कि  जोधपुर (राजस्थान) में पूरे हिन्दुस्तान से RSS, की खास, और बङी शख्सियात, इकट्ठा हो रही हैं, जिसमें, प्रधानमंत्री और, वजीर दाखिला,को बुलाया गया है, और उम्मीद की जा रही है कि इस खास मीटिंग में भारतके भविष्य का फैसला किया जाएगा, जिस की तय्यारी बहुत पहले से चल रही है.
और तीसरी अहम बात यह है कि तीनों सेनाओं का जिम्मेदार बिपिन राउत साहब को बना दिया गया है
इन अहम बातों की रोशनी में आप हुकूमत की नियत को खूब अच्छी तरह समझ सकते हैं, इस लिए अब आप सिर्फ   प्रोटेस्ट  (प्रदर्शन) तक सीमित मत रहिए, बल्कि प्रोटेस्ट के साथ साथ हमें आगे भी बहुत कुछ काम करना होगा, और आप यह बात खूब अच्छी तरह समझ लें कि :

 1 - हुकूमत ताकत के इस्तेमाल से इस कानून को लागू करने की पूरी तैयारी कर चुकी है
2 - पूरे हिन्दुस्तान में जो पार्टियां इस काम में रुकावट बनेंगी उन को हिरासत में लिया जाएगा,सबसे पहले सेकूलर पार्टियों के नेताओं को और तमाम मुस्लिम व दलित लीडरों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिस का तजुर्बा कश्मीर में किया जा चुका है
 3 - इस के लिए हुकूमत की तरफ से बहुत सारी बसें और गाङियां तैयार की जा रही हैं
 4 - पुलिस और आर एस एस के कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई जा रही हैं

ऐसे हालात में हिन्दुस्तान के लोगों को बहुत बड़ी तैयारी और हिकमते अमली के साथ मिल जुल कर काम करने की जरूरत है, अगर  पुलिस की टीम हमारे एक भी साथी को गिरफ्तार कर ले तो पूरी पब्लिक सामने आ जाए और उस को  हरगिज ले जाने न दें,
इस के लिए हमारी जान और हमारा माल भी काम आ जाए तब भी पीछे नहीं हटना चाहिए, इस के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं है, पूरे हिन्दुस्तान में अवाम को  मिल कर यह काम अन्जाम देना होगा, जितनी भी सेकूलर पार्टियां हैं, कांग्रेस, जनता दल, एम आई एम, वगैरह और तमाम मुस्लिम जमाअतें और तनजीमें,और जितनी मुस्लिम, दलित, ईसाई, सिख पार्टियां और उन की तनजीमें सब मिलकर इस काम को जल्द से जल्द अन्जाम दें, समय बहुत कम है 
हमें हिन्दुस्तान की बड़ी से बड़ी अदालत पर बिल्कुल भरोसा नहीं है और न ही करना चाहिए, यह सब मोदी, अमित शाह, और योगी के हुक्म पर काम करती हैं, इन अदालतों से लोगों को नुकसान के सिवा कुछ नहीं मिलेगा, तमाम सियासी लीडरों और अवामी नुमाइंदों को जल्द से जल्द हंगामी मीटिंग तलब करनी चाहिए, हुकूमत अपनी ताकत के सहारे किसी भी समय कुछ भी कर सकती है, हिन्दुस्तान और उसके संविधान को बचाना है तो अवाम को आगे बढ़ कर काम करना होगा  और एक हिन्दुस्तानी होने के नाते अपना फर्ज अदा करना होगा 

मोहम्मद समीउल्लाह, मुम्बई

7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

सैयद नदीम द्वारा . 11 जुलाई, 2006 को, सिर्फ़ 11 भयावह मिनटों में, मुंबई तहस-नहस हो गई। शाम 6:24 से 6:36 बजे के बीच लोकल ट्रेनों ...