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Friday, 17 April 2020

इमाम कीसे केहते हे? सवाल और सोशल मिडिया इलेक्ट्रॉनिक-प्रिंट मिडिया को लेकर खास मेसेज.

आजका सवाल इमाम हुसैन र.अ. को इमाम कुएं केहते हे❓

जुम्मा मुबारक:- 19 April 2020 lockdown 26 day.
आज मेने  इस विषय को गुगल मे सर्च किया मुझे अजीब लेख नजर आया जिसमे इमाम हुसैन र.अ. को लेकर करबला की लदाई मे भारत देश के ब्राम्हण ने इमाम हुसैन र.अ. को साथ दिया एसा झूठा इतिहास लिखा हुवा मिला.उसकी लिंक👇


अब आप सोच रहे होंगे। मेरी ये पोस्ट करने का मकस्द क्या हे?

नंबर एक कुच लोग इस लोकडाउन मे पेछले कुच दिनो से मस्जिद के ईमाम को लेकर  ये मेसेज 👇
ग़ुज़ारिश : आप हर साल जिस भी मस्जिद में तरावीह पढ़ा करते थे। इस बार शायद तरावीह न हो पाए लेकिन आप लोग अपने मस्जिद के इमामो को नज़राना उसी तरह दें जैसा के आप हर बार दिया करते थे क्योंके ऐसे हज़ारो इमाम है जो रमज़ान का इंतज़ार करते हैं और नज़राने की उम्मीद रखते हैं। आमीन। मुझे देखने को मील रहा हे.

सबसे पेहले इमाम किसको केहते हे? वो सवाल आजका हे, जवाब क्या हे इसका पता करो ये मेरा पेहला मकस्द हे.

दुसरी बात आज मिडिया की भुमिका के बाद बहोत से लोग सोशल मिडिया मे मुस्लिम मिडिया बनाने को लेकर एक मेसेज बहोत जोरों से वायरल कर रहे हे, मेसेज लिखने वाले को मेरा १००% स्पोर्ट हे लेकीन सिर्फ सोशल मिडिया मे लिखने से ये सोये हुये और स्थापित तथाकथित लीडर्स की आंखें खुलने वाली नही हे, इसके लिये आपको गली गली गांव गांव सडकों पर उतरकर आंदोलन का रुप देना पडेगा बाकी इस तरहा कि घटना को भुलाने का काम इनही तथाकथित लीडरशिप ने किया हे,इसका आंदोलन आजके संघर्षशील युवा बेहतर तरीके से कर सकते हे, मेने जो उपर करबला को लेकर झूठे लेख की लिंक शेर किया हे,एसे लेख लाखो नही करोडो मे इन्टरनेट मे मौजूद  हे, हमारे लोग सिर्फ सोशल मिडिया के  WhatsApp,Facebook जैसे प्लेटफॉर्म पर वाह वाही बतोर ने मे लगे हे लेकीन गुगल और विकिपीडिया मे जाकर अपने विचार और ईतिहास को लेकर लेख लिखने वाले बहोत कम हे,हमे अगर भारत देश मे मिडिया को लेकर शक्ति बनाना हे तो गुगल और विकिपीडिया मे कुच साथियों को इतिहास को जांच करने के बाद अपने अनुभव से सच्चा  इतिहास लिखना पडेगा.

तभी हमलोग मिडिया को बनाने मे आगे बर सकते हे.

आज का सवाल का जवाब जरुर देने की कोशिश करना.

नोध :- आपकी नजर मे अगर कोइ एसा विषय हो जिसका अभ्यास करने के बाद समाज के सामने रखना जरुरी हे,उस विषय को जरुर कोमेन्ट करे.

Huzaifa Patel, Bharuch GUJ.
       (Dadicated Worker)

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