वो दौर इंदिरा गांधी का था जब मुस्लिम नरसंहार हुवा था भारत में!
अरब को जब इस बात की खबर हुई तो सख्त रवैया अपनाते हुवे भारत को तेल देने से इनकार कर दिया, तब इंदिरा गांधी ने सरकारी मौलवियों का एक डेलिगेशन अरब भेजा ये कहकर कि सऊदी प्रिंस को कॉन्फिडेंस में ले और उन्हें बताये कि भारत में सब सामान्य है!
लिहाजा ऐसा ही हुवा, फिर सऊदी को इत्मीनान हुवा और फिर से तेल भेजना सुरु किया गया!
करीब 6 महीना पहले भी यही हुवा, जिनीवा जाकर कुछ सरकारी मौलवियों ने दुनिया को बताया कि भारत मे सब चंगा सी!
लेकिन आज भी मुस्लिमो का नरसंहार हो रहा है, आर्थिक बहिष्कार हो रहा है, राम का नाम बुलवा कर मोब्लिंचिंग हो रही है, मगर अब खाड़ी देशों के लीडर, वकील, बिजनेसमैनस, प्रिंसेज सभी ने पैनी नजर बना ली है और मोर्चा खोल दिया है कि भारत मे मुसलमानो का ख्याल रखा जाये वरना परिणाम अच्छा नही होगा!
अब फिर से सरकारी मौलवियों का डेलिगेशन तैयार किया जाएगा कि भारत मे सब चंगा सी कह के सऊदी को कॉन्फिडेंस में लिया जाय लेकिन चुकी लोकडाउन है तो इनका जाना मुमकिन नही है, सम्भव है कि ये प्रेस कॉन्फ्रन्स के ध्वारा इस काम को अंजाम दे।
ये खेल हो इस से पहले तमाम सोशल मीडिया यूजर से गुजारिश है कि आप इन सरकारी मौलवियों को वार्निंग दे दो कि इस बार ऐसा कुछ हुवा तो अवाम आपका सामाजिक, आर्थिक हर रूप से बहिष्कार करेगी, और आप पर जमीनी कारवाई भी की जाएगी!
*इसे ज्यादा से ज्यादा शेर करे, ताकि कोई भी कौम को जेब मे लेकर दुबई शॉपिंग करने न निकल जाए।*