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Friday, 17 August 2018

बकरे इद के दिने विवाद ओर जहर फेलाने की साजिस ,

साथीयो दोस्तो आजका ये विषय बहोत अहम हे जिसको समजना ओर समजाना बहोत जरुरी इस लिये हो जाता हे कुएं के जेसे जेसे वक्त गुजरता जा रहा हे , दुनिया मे ओर खास कर हमारे देशमे इस्लाम ओर इन्सानियत के दुस्मन नये नये विषयों के साथ लोगो को गुमराह करने की साजिस करते रेहते हे,

आक का ये विषय खास कर मुस्लिम समाजके लोगो को समजना बहोत जरुरी हे कुएं के ये विषय सिधा सिधा मुस्लिम समाज के साथ जुडा हुवा हे,

दर असल हम बात करते हे २०१८ मे होने वाले बकरे इद के बारे मे जो हमारे देशमे हमे मनाने का मोलिक अधिकार हे ओर ये हमारे दिनका एसा कार्य हे जो सिधे इन्सान को अपने मालिक (अल्लाह) के हुकम पर खरा करने के लिये कुरबानी देना का जजबा देने की सोच पैदा करता हे,

इस इमेजमे देखें  किस तरहा ब्राह्मण अपनी सोच फेला रहा हे,
मंदिरों मे जब जनवारो की बली चरहाइ जाती हे तब इनको जिव दया नही दीखती हे लेकीन जेसे ही मुस्लिम समाजका कोइभी दिन आता हे ये लोग इस तरहा से लोगो को गुमराह करने की कोशिश करते हे इस तरहा ये लोग मुसलमानो के खिलाफ जहर फेलाते हे ओर माल जमा करते हे,

ये लोग हर साल नया नया अभियान चलाया जाता हे,
पिछले साल इनहो ने हद करदी थी मुस्लमानो को बकरे की कुरबानी की जगाह पर केक की कुरबानी देने की सलाह देने की कोशिश की थी जिनको लेकर बहोत बरा विवाद होवा था फिर इस साल (२०१८)ये नया अभियान सुरु किया हे,

बकरे को बचाने के लिये लोगो को गुमराह करके धर्म के नाम पर पैसा बनावो ओर देशमे नफरत फेलाने का काम करते हे,

इस लेख से बस मुजे इस पर हेरत होती हे जो समाज देशको अंग्रेज़ी हुकूमत के जुलम ओर सितम से आजाद कराने सबसे बरी मिशाल हो उसके ये हालात हे के आज अपने मोलिक अधिकारों को लेकर कुच करने मे सक्षम नही नही हे ,

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