इन्सानियत की मदद या फिर दिखावा,
date:-21/08/2018
कुदरती आफत के समय हर कोइ मदद के लिये आगे आते हे ,अच्छा काम हे लेकीन सिस्टम की आफत मे लोग हर रोज हजारो गरीब मजलुम लोग सिस्टम का सिकार होते हे, इस के लिये संघर्ष करने को कोइ आगे नही आता हे,
ये इस लिये नही आते हे कुएं के ये काम सिस्टम के साथ संघर्ष करने से बहोत सारे चुनौतियों का सामना करना परता हे, इस लिये लोग चुनौतियों से भागते हे,बस आसान लगे एसा काम करते रहो,
ये पोस्ट करने का मकस्द लोगो को लोगो की मदद करने प्रवृत्ति की आलोचना नही करना चाहता हु, जो लोग अपने जिवनमे रिलीफ के कामो से जुड़े हे , वो साथी अपना मकस्द बखुबी पुरा करते हे, ये सहीभी हे, लेकीन इस पोस्ट के माध्यम से मे उन लोगो को केहना चाहता हु जो वकती तोर पर काम करते हे, ओर बरे बरे Donation लेकर वकती तोर पर अपनी इन्सानियत बताने जो धोंक करते हे, एसे लोगो के लिये ये पोस्ट हे,
अगर वाकी मे आप अपने जिवन से लोगो के लिये कार्यों को करना चाहते हो तो सबसे पेहले सिस्टम के सिकार से लोगो की हिफाजत करो इसके लिये संघर्ष करो तो वाकी मे आप मददगार हो सकते हो,
इस काम से दुनिया मे इन्सानियत पर जुल्म करने वाले जालीम को रोकना हे ओर साथमे इन्सानियत को बचाने का काम करते रेहना हे, अगर आप ये कार्य करते हो , तो आप कुदरत इन्सानियत के इस संघर्ष की वजाहसे खुस होकर जो अजाब ओर आफत भेजना चाहते हे इस्से रुक जायेगा ओर अपनी रहेमत मे आपको छुपा लेगा,
इस विषय पर बहोत लंबी बहस हो सकती हे , बस मेरा केहना ये हे के इन्सानियत को कुदरती आफत से बचाना चाहते हो तो आप सबसे पेहले दुनिया मे हो रहे इन्सानो पर जुल्म को रोकने के लिये आगे आकर दिखावो तो आप वाकी मे लोगों के मददगार साबीत हो सकते हो, ओर अगर आप ये नही करते तो आप वकती काम करने वाले माने जायेंगे,
ना के लोगोके लिये काम करते हे बस आप अपना उल्लु सिधा करते हे, जिसमे बहोत से लोग सामील हे,
हुजैफा पटेल भरुच गुजरात
SAF Team