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Friday, 24 August 2018

अल्पसंख्यकों को नजरअंदाज किया तो बन सकता है IS जैसा आतंकी संगठन - राहुल गांधी

AUGUST 24,2018 11:00am
SAF Team gujarat

राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने दलितों और अल्पसंख्यकों को विकास की दौड़ से बाहर कर दिया है और ये एक खतरनाक बात हो सकती है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि अगर देश के विकास से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर रखा जाएगा तो 'विद्रोही और आतंकवादी' ग्रुप बन सकते हैं. आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने ये बातें जर्मनी के हैम्बर्ग में कहीं. वो यहां बुसेरियस स्कूल में छात्रों को संबोधित कर रहे थे.

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक घंटे से ज़्यादा समय तक सभा को संबोधित किया. उन्होंने दुनिया भर के छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए. गांधी ने कहा कि 2003 में इराक पर अमेरिकी हमले के बाद एक कानून लाया गया, जिसके तहत वहां एक विशेष जनजाति को सरकार और सेना में नौकरी पाने से रोक दिया गया. ये उस समय बड़ा ही खतरनाक फैसला था.

राहुल के मुताबिक, इराक में इस फैसले से कई लोग विद्रोही हो गए. इन लोगों ने अमेरिका से लड़ाई की जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा. उन्होंने कहा, ''ये यहीं खत्म नहीं हुआ. ये विद्रोही संगठन इराक से लेकर सीरिया तक फैल गया और इसी से IS जैसा खतरनाक ग्रुप बना.'' उन्होंने ये भी कहा कि दुनिया में चारों तरफ घृणा का माहौल है, इसे खत्म करने का एक ही तरीका है कि लोगों को समझाया जाए.

राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार ने दलितों और अल्पसंख्यकों को विकास की दौड़ से बाहर कर दिया है और ये एक खतरनाक बात हो सकती है. राहुल ने कहा, "21 वीं सदी में लोगों को बाहर रखना बहुत खतरनाक है. अगर आप इस दौर में लोगों को कोई विज़न नहीं देते हैं तो इन्हें कोई और विज़न  दे देगा. ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों को विकास प्रक्रिया से बाहर रखना खतरनाक हो सकता है"

राहुल ने मॉब लिंचिंग की घटना को बेरोज़गारी से जोड़ा. उन्होंने कहा कि हर किसी को मौके नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने कहा, ''बड़ी संख्या में छोटे व्यवसायों में काम करने वाले लोगों को वापस अपने गांव लौटने को मजबूर होना पड़ा है. इससे लोग काफी नाराज़ हैं. लिंचिंग के बारे में जो कुछ भी हम सुनते हैं वो इसी का परिणाम है.''

राहुल गांधी ने बीजेपी की सरकार पर आरोप लगाया कि वो सिर्फ खास वर्ग को फायदा पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा, ''दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों को अब सरकार से कोई फायदा नहीं मिलता. उनको फायदा देने वाली सारी योजनाओं का पैसा चंद बड़े कॉर्पोरेट के पास जा रहा है.''

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