*🇮🇱मोसाद+रॉ+आरएसएस= बजरंग दल+सनातन संस्था+...🚩*
*🚩ब्राह्मण डिएनए=यहुदी डिएनए🇮🇱*
*🚩हिंदू राष्ट्र + ग्रेटर इजराइल🇮🇱= तृतीय विश्वयुद्ध*
ब्राह्मण-यहुदी भाई भाई। इनका डिएनए एक है। इनका वंश एक है। ब्राह्मण विदेशी है। हिंदू राष्ट्र उच्चवंशवादी राष्ट्र है, जिसमें मुलनिवासीयों के बेरोजगार युवा, व्यक्ति और बुजुर्ग भत्ते कि हड्डी चबानेवाले बनेंगे ; जैसे कि अमेरिका में मिलनेवाले भत्ते के ऊपर वहाँ के मुलनिवासी रेड इंडियन पल रहे है। मनुस्मृती भी यही कहता है कि शुद्रो से टैक्स मत लो। ज्यादा खुश मत होना। इनके गुरु गोळवलकर कहता है, हर भारतीय बहुजन नारी कि संतान ब्राह्मणों से ही पैदा करनी चाहिए। ब्राह्मण सावरकर का भाई लिखता है, ईसा मसीह तामिल ब्राह्मण कि पैदाईश है। हमारे आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में भी यही साबित करने कि कोशिश की के वह ब्राह्मण दादाजी कोंडदेव कि संतान है।
हेगेलियन डायलेक्टिक के अनुसार *"समस्या, प्रतिक्रिया, समाधान"* यह मनोवैज्ञानिक सामान्य प्रक्रिया है। इजराइल यही निती अपनाता आया है।
समस्या: खुद ही विस्फोट , हमले करना
प्रतिक्रिया: और तेज गंभीर हमले, विस्फोट करना, और दोष नकली मनगढंत संगठन पर मढना
समाधान: वार ऑन टेरर के बहाने नजदीकी अरब देशों को तबाह, कमजोर करना।( ताकि ग्रेटर इजराइल का सपना पूरा हो सके।)
अजान के रोक पर मराठा क्रांति मोर्चा, मराठा सेवा संघ, संभाजी ब्रिगेड, बामसेफ,.... वगैराह पुरोगामी, समाज परिवर्तनशील संगठनों को अपनी लेखी भूमिका जाहिर करनी चाहिए, और अजान के समर्थन के लिए सिग्नेचर अभियान चलाकर उनके मोर्चे, हर कदम कंधे से कंधे कदम मिलाकर चलनेवाले इस्लाम समुदाय के साथ भाईचारे को और मजबूत मकाम पर पहुंचाना जरूरी है। उच्चवंशवादी लोगों ने मराठा क्रांति मोर्चा, गणपति के दौरान मुस्लिम बस्तियों के नजदीकी इलाकों में विस्फोट करनेवाले थे। क्या उस बम से सिर्फ मुस्लिम ही मरते हैं, नहीं बल्कि सभी मजहब के आम लोगों की मौत होती है ; फिर उसके बाद प्रतिक्रिया स्वरूप सुनियोजित दंगे कराए जाते है । जिनकी आतंकवाद के आरोप गिरफ्तारी होती है क्या वो गुनेहगार होते है, नहीं।
१९९२ को बाद इजराइल के साथ भारतीय संबंध भाजपा द्वारा गहरे बने। तुरंत समस्या: बाबरी मस्जिद, प्रतिक्रिया: १९९३ मुंबई विस्फोट, समाधान: दंगे।भाजपा, ब्राह्मण, आरएसएस, रॉ, मोसाद ने मिलकर प्रशिक्षित ५ लाख अवैध सैनिक तैयार करने का लक्ष्य तय किया। प्रशिक्षण शिविर खुले तौर तो नहीं चला सकते , इसलिए बजरंग दल, अभिनव भारत, सनातन संस्था, श्रीराम सेना,.... जैसी कठ्ठरपंथी कठपुतली संगठनों में यह प्रशिक्षण शुरू कर दिया।
उसमें मुम्बई १९९३ , २००३,२००६ ट्रेन विस्फोट, २६/११ २००८ताज हमला, पुणे, मालेगांव, नांदेड विस्फोट.... वगैराह सिर्फ महाराष्ट्र के लोगों के खून खराबे के कारण बने।
जब भी इजराइल को फिलिस्तीन या पड़ोसी देश पर हमला शुरू करना होता है , तब हमारे दलालों कि मदद से भारत में विस्फोट कराया जाता है। ताकि विश्वभर के मीडिया का ध्यान भारत में आतंकवादी हमलों पर ही रहे। मीडिया इजराइली हमले को कवर करने के लिए भारत में विस्फोट कराता आया है। गौरतलब है २६/११ हमलों के दूसरे दिन से लगातार ४० दिन तक इजराइल ने यमन पर भयंकर बमबारी की। विश्वभर मीडिया में
मुंबई हमला सनसनी बना रहा। इनकी ग्रेटर इजराइल और ब्राह्मणों की हिंदू राष्ट्र निती यह विश्वशांती के लिए धोका है। दोनों ने मिलकर भारत के मुलनिवासीयों कि बहुत बली चढ़ा चुके है। अब और नहीं। अब हम बेवकूफ नहीं बनेंगे, हम उच्चवंशवादी ब्राह्मण लोगों के संगठन,नेता, एनजीओ, राजनीतिक दल, न्यूज चैनल, टीवी सीरियल, अखबार,.... वगैराह को रेडलाईन मार्क करेंगे। उनका बहिष्कार करेंगे। उनके बारे में सभी को आगाह करेंगे।
पढो़, एकत्रित हो, संघर्ष करो।