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Sunday, 10 May 2020

मोलाना साद तबलिग जमात औडियो को लेकर बडा खुलासा .

तो सुनिये ,

सारे न्यूज़ चैनलों द्वारा दिनरात चलाई गई वो तथाकथित #मौलाना_साद की ऑडियो क्लिप #फ़र्ज़ी निकली है।।
कौन है इसका ज़िम्मेदार???

तबलीग़ी जमात , मरकज़ निज़ामुद्दीन और #मौलाना_साद को लेकर पिछले 40 दिन से जो ज़हर मीडिया और सोशल मीडिया के सहारे बोया गया था उसकी हक़कीत सामने आ गयी है।

दिल्ली पुलिस अब कह रही है कि "मौलाना साद के खिलाफ़ की गयी एफआईआर में जिस आडियो क्लिप को सबूत के तौर पर पेश किया गया है वह झूठी है , और तमाम आडियो क्लिप को काँट छाँट कर एक आडियो क्लिप बनाई गयी है जिसमें मौलाना साद को यह कहते दिखाया गया है कि वह मरकज़ में मौजूद लोगों को सोशल डिस्टेन्सिंग को ना फालो करने और कोरोना से लड़ने के लिए बनाए सरकारी निर्देशों को ना मानने के लिए लोगों को भड़का रहे हैं।

ध्यान दीजिए कि यह वीडियो क्लिप हज़रत निज़ामुद्दीन थाने के एसएचओ मुकेश वालिया द्वारा ही उपलब्ध कराई गयी जिसके फर्जी होने की बात सामने आ रही है। 

यह रही "इंडियन एक्सप्रेस" की पूरी खबर👇

https://indianexpress.com/article/india/tablighi-jamaat-saad-audio-clip-delhi-police-6400994/

पर अब तो मुसलमानों का जो नुकसान होना था वह हो गया , गाँव गाँव बैनर लग गये कि उनका प्रवेश वर्जित है , तमाम मौलाना मारे पीटे गये , तमाम गालियाँ मिलीं और मीडिया तथा सोशल मीडिया पर पिछले 40 दिन से मुसलमानों को कोसा गया।

अब क्या वैसा ही अभियान चलाकर इस खबर की सच्चाई दुनिया को बताई जाएगी ? क्या वह सब नुकसान और फैली नफरत की भरपाई की जाएगी ? नहीं की जा सकती। क्या एसएचओ मुकेश वालिया के खिलाफ कार्यवाही होगी ? नहीं होगी।

माफ करिए कुछ अच्छे और निष्पक्ष लोग भी साजिश के अंदेशे को समझे बिना ही भगवा भेड़चाल में कूद पड़ते हैं।

हो सकता है कि कल मौलाना साद पुलिस से क्लीनचिट पा जाएँ पर एक ज़िम्मेदार पद पर रह कर उन्होंने जमात की गतिविधियों को 5 मार्च को ही बंद ना करने की नैतिक गलती जरूर की है। पर यह भी सच है कि ऐसी गलती उन्होंने अकेले नहीं की , 2 लाख लोग जो एयर इंडिया से लाए जा रहे हैं उन्होंने भी वही गलती की , सैकड़ों मंदिरों धर्मशालाओं और तमाम प्रवासी लोगों ने भी वही गलती की।

पर दाढी टोपी वाले मुसलमान होने के नाते सारी गालियाँ मौलाना साद के हिस्से में आईं। और फिर शुरू हो गया कोरोना से तबलीगी जमात के लोगों से जोड़ने और उनके प्रति नफरत फैलाने का खेल।

जिसमें धीरे धीरे सो काल्ड सेकुलर लोग भी शामिल हो गये।

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