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Tuesday, 5 May 2020

आजादी_से_लेकर_आजतक_मुस्लिम_तंजिमों_और_सामाजिक_कार्यो_का_विश्लेषण_करते_हे

आज तारीख 16 April 2020 
🖋 Huzaifa Patel Bharuch Gujarat SAFTEAM

तर्क और वितर्क :- दलदल के कुंअे मे गिरा इन्सान जो धीरे धीरे अपनी जान से हाथ धोने वाला हे,एसे समय मे कुच लोग कुंअे के उपर खरे होकर दुबने वाले को कुच खाना और कपडा फेक रहे  हे, और सबको बता रहा हे देखो मे उसकी मदद कर रहा हु, हालाके उसके पास रस्सी हे जो उस रस्सी को कुंअे मे दालकर दलदल मे फसे इन्सान को बहार निकाल सकता हे, लेकीन वो एसा नही करता हे.
"बस येही हालात हमारी तंजीमो और समाजिक कार्यो करने वाले के हालात हे, इसको अच्छे से समझते हे.

संघर्षशील साथियों और समाज के बुद्धिजीवी वडीलो जैसा के अाज हमारे देश और पुरी दुनिया मे #CORONAVIRUS की बिमारी को लेकर हमारे देशकी क्या परिस्थितियां  हे आप और हम अच्छे से जानते हे,इसके साथ इस्से पेहले हमारे साथ मुस्लिम होने को लेकर क्या हुवा उसको थोड़ा समझते हे.

#coronavirus_muslim
साल 2020 मे कोरोना की बिमारी को मुस्लिम नाम दिया गया जिसके बाद की परिस्थितियां क्या बन रही हे, आज की तारीख मे हम देख रहे हे,हमारा अनुमान हे इस्से ज्यादा गंभीर परिस्थितियों को हमे समाना करना पडेगा.

#lockdown_india
22 March जनता कर्फ्यू अचानक रात से  21 दीन  14 April तक पेहला लोकडाउन फिर 14 April सुबह 10 बजे और 19 दीन का लोकडाउन बरहाकर 3 May तक किया गया. इसमे दलाल मिडिया और प्रशासन की भुमीका.

#कश्मीर_370_को_लेकर
साल 2019 Aug. 05  कश्मीर 370 को हटाकर  विषेश राज्य को खतम करना और  कइ दिनो तक पुरे कश्मीर को कर्फ्यू मे रखना सभी जीवन जरुरी संसाधन को बंध करना.

#CAB_को_लेकर_आंदोलन
साल 2019 Dec.12 CAB सांसद मे पास हुवा उसके बाद CAA,NRC,NPR को लेकर मुस्लिम समाज को अपने पोलिटिकल एजेंडे पर परेशान करना.

#दिल्ली_दंगे_2020
Sunday, 23 February 2020 के बाद तीन दिन तक दिल्ली दंगा NRC,CAA,NPR के आंदोलन को दबाने को लेकर दंगा किया गया.

#शाहीनबाग_101_दीनका_आंदोलन 
14 Dec.2019 से लेकर 22 March 2020 तक एतिहासिक देशका सबसे बडा अांदोलन . 
और जानकारी के लिये परहे.👇
http://thewirehindi.com/114589/shaheen-bagh-coronavirus-lockdown-delhi-police-protest-site/

#बाबरी_मस्जिद_फैसला 
साल  2019 NOV. महीने की  8 तारीख को आस्था के आधार पर पक्षपात करते हुये, बाबरी मस्जिद को हिंदू पक्षकारों के हाथों मे सुप्रीम कोर्ट का फैसला देना .

#तीन_तलाक_दखल_गीरी
20 May 2017 तीन तलाक मुद्दे को लेकर राजनीति करना और मुस्लिम शरीयत मे दखल गीरी करना .

#गुजरात_गोधरा_कांड
2002 गोधरा कांड के बाद मुसलमानो की खुल्ले आम हत्याकांड हुइ.

#बाबरी_मस्जिद 
बाबरी मस्जिद को लेकर  आजादी के पेहले से दंगे होते आ रहे हे, 1920 -40 और 1933-34 पेहले दंगे हुये थे, उसके बाद आजाद भारत मे प्लानिंग के साथ 1992 06 दिसेंबर के दीन बाबरी मस्जिद के कइ ढांचे को तोडा गया उसके बाद पुरे देशमे दंगे फसाद हुये.
और जानकारी के लिये इस लिंक पर जाये.
https://aajtak.intoday.in/story/ayodhya-ramjanmabhumi-ram-temple-babri-masjid-karsewa-attack-vandalize-dr-bhimrao-ambedkar-1-1135605.html

#हाशमीपुर_सामुहिक_हत्याकांड 
22  मई 1987 को बडि संख्या मे मुसलमानो की हत्या,पुरा परहे 👉 https://www.amarujala.com/news-archives/india-news-archives/hashimpura-massacre-case-hindi-news-rk

#नसबंदी_1970_संजय_गांधी 
मुसलमानो की बहोत बडी संख्या मे नसबंदी और हत्या कि गइ,परहे पुरा 👉https://www.prabhasakshi.com/mri/the-most-brutal-decision-during-the-emergency-when-15-million-people-were-sterilized

#मोबलिंचींग 
2018 गौ के नाम पर मुसलमानो की मौबलिंचींग मे  हत्या की कइ घटनाएँ हुइ.

ये चंद वो घटनाओं को लेख मे सामील किया हे जिसका इतिहास आज के हर चिंतित युवा और बुद्धिजीवी समाज के लोगों  गेहराइ से अभ्यास करना जरुरी हे.

आगे हम कुच नाम जानेंगे जो मुस्लमानो के साथ जुडे हुये.

आजादी के बाद पाकिस्तान बनान.
बाबरी मस्जिद दंगे.
हाशमी पुर मे सामुहिक मुसलमानो की हत्या.
गुजरात दंगा .
तीन तलाक को लेकर राजनीति.
हिजाब को लेकर राजनीति.
घर वापसी को लेकर दंगे.
मुस्लिम लड़कियों को भगाकर ले जाना.
गौ के नाम पर मुसलमानी हत्या.
मोबलींचींग, अखलाक,तबरेज.
NRC को लेकर राजनीति, शाहीन बाग.
Coronavirus को मुस्लिम से जोडना .
हर विधानसभा और लोकसभा चुनाव समय मुसलमानो को बली का बकरा बनाना.

इन घटनाओं मे अगर आप की नजर मे सामील करने वाली कोइ घटना होतो जरुर कोमेन्ट करे.

अब आगे बात करते हे हमारे इस लेख का मकस्द क्या हे? हमारा केहना येही हे इस देशकी आजादी मे सबसे अहम भुमिका और कुरबानी देने वाला समाज हमारा हे फिरभी हम इतनी पस्ती मे क्यु, जब अंग्रेज़ी हुकूमत से आजादी मिलने वाली थी उस वकत सरकारी सिस्टम मे हमारी हिस्सेदारी 33% थी आज क्या हे? 1% भी किसीभी सरकारी सिस्टम मे नही मेलगा. तो फिर हमारी तंजीमे जो दावा कर रही हे संगठन होने का इसका मतलाव क्या कोइभी अपने आपको समाज का चिंतित होने का दावा करते हुये मुसलमानो का  संगठन बता देते हे, क्या हमे उनसे सवाल नही करने चाहिये जो मुस्लिम समाजके पुराने संगठनों के दावे करते हे.

खैर आगे एो और बात समझा रहा हु, हमने इस लेख मे जो बात रखी हे,कुअे वाली उसका मकसद क्या हे और इस लेखमे  मुसलमानो के साथ जप घटनाएँ  हुये इस्से मेरा क्या मकस्द हे? इसको समझना आपको बहोत जरुरी हे.

आपने मेरा ये लेख परहा उसके लिये सुकरीया अदा करता हु.

लेकीन जिस तरहा कोइ भी ईन्सान कीसी कुअे मे गिर जाये और वो कुआं पानी की जगाह पर दलदल वाला हो तो कुएं मे गिरने वाले इन्सान क्या बच पायेगा? नही जबतक उसको कुएं  के उपर से कुच लोग मदद  करने वाले नही मिलते वोभी उसको बहार निकाल ने को लेकर कोशिश  करने वाले होने चाहिये एसा नही के एक तरफ कुएं मे गिरा इन्सान बचावो बचावो की आवाज लगा रहा हे, उपर खरे लोग उसको उपर से खाना और पानी देकर अपनी मदद करने का दावा करता हो, निश्चित रुपसे कुएं मे गिरने वाले इन्सान की नजरमे उपर से खाना पानी देनेवाला इन्सान बेवकूफ नजर आयेगा उसके पास रस्सी होने के बावजूद धिरे धिरे वो इन्सान दलदल के कुएं मे मौत के नजदिक जा रहा हे और उपर से रस्सी फेकने वके बजाये खाना फेकता हे तो उसको अंतिम सांस मे भी गुस्सा आयेगा.

इस देशको आजाद करवाने सबसे बडा योगदान किसका? मुसलमानो का फिर इस लोकतांत्रिक देशको संविधानिक रचना देने वाले डो.बाबा साहेब को संविधान सभा मे पोहचाने वाले कोन? मुसलमान और जब जब इस देशकी पेहली जंग के व्कत मे हैदराबाद के निजाम ने 5000 किलो सोना देशको दान दिया था और जब जब  कुदरती आफत आती हे मुसलमान हमेशा सबसे आगे देशकी जनता के लिये खिदमत करने को आगे रेहता हे. लेकीन दुसरी ओर इसका चित्र क्या हे,इस देशमे जब जब चुनाव आये चाहे किसी कीभी सरकार हो बली का बकरा मुसलमान बनता रहा और जब जब सरकार को अपनी नाकामी छुपानी थी मुसलमानो को बली बकरा बनाते रहे, देशकी आजादी मे जितने लोगो ने कुरबानी दी हे मेरा अनुमान ये केहता हे उस्से ज्यादा हत्या कत्ले आम आजादी के बाद मुसलमानो की अलग अलग दंगों और फसादो मे हुइ हे, फिरभी हमारी तैयारी क्या?

कुदरती आफत के समय और किसी दंगे फसाद के शिकार होने के बाद सिर्फ खाना पानी और मकान कपडा देने से मुस्लिम समाज देशकी आजादी के बादभी राजनीति के दलदल मे फसता गया और हमारे रेहनुमा केहने वालोने सिवा हमारे सौदेबाजी करने के अलावा कुच नही किया.

हम भी अजीब हे हमे कुच देने वाला हमे क्या बना रहा हे उसकी तरफ हम तव्वजू नही करते हे.

#रोहिंगिया_मुस्लिम_हत्याकांड 
08 Sep 2017 म्यांमार मे रोहिंगीया मुसलमानो की हत्याकांड का इन्टरनेशनल आंदोलन.

#इस_लेखका_खुलासा
मुसलमानो के रहेनुमा केहने वाले चाहे सामाजिक,धार्मिक,पोलिटिकल हो जो खुदको लिडर केहते हे इनहो ने दलदल मे फसने वाले और हमेशा किसी ना किसी विषय पे दंगा फसाद का शिकार होने के बाद सिर्फ खाना-पानी और मकान-रोटी देने से अाप समाज के रेहनुमा नही बन जाते हे, आपको जिसतरहा कुएं गिरे इन्सान को मौत से बचाने के लिये रस्सी दालकर बहार निकाल ना जरुरी हे,वेसे इस देशकी गंदी राजनिती और दंगो फसादों से बचाने के लिये और खासकर अंदरुनी समस्याओं को सुलझाने का कार्य करना जरुरी हे बाकी हमे आपकी ये दलाली वाली सौदेबाजी वाली रेहनुमाई कहो के लीडरशिप कहो हमे मंजुर नही .

इस लेख मे अगर कोइ गलती हो तो माफ करना पुरा लेख परने के लिये सुकरिया।

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