13 May 2020
सबसे पेहले हम बात करेंगे हमे इस लक्ष्य (टार्गेट) के विषय को लेकर लिखने की क्या जरुरत हे? .
साथियों दोस्तों वडिलो मेरे सामाजिक कार्यो के अनुभव से मेने देखा जेसे जेसे हालात दुनिया मे बदलते गये दुनिया मे बदलाव और संघर्षशील लोगों अपना योगदान बखूबी दिया जिसमे हर क्षेत्र मे कार्य करनी वाली संस्थान ने अपना काम करते गये लेकिन जेसे जेसे मानवजाति पर गुलामी का खतरा बदता गया बहोत से संगठन अपने कार्यो को और गति देते गये एसे समाज मे एक हिस्सा जागृत होने लगा जो अपनी भावनाओं और समस्याओं को लेकर सामाजिक कार्यो की तरफ आते गये और मजीद लोग सामाजिक कार्य मे जुडते जा रहे हे.
लेकिन मेने अपने सामाजिक कार्यों से अनुभव और अभ्यास किया हे,और देखा हे कइ नइ नइ संस्था संगठन बनते जा रहे हे लेकिन उनका कार्य को लेकर अभ्यास किया जाता हे, बिना किसी उद्देश्य और लक्ष्य को लेकर सिर्फ समाजकी समस्याओं की तरफ डोर लगाते नजर आ रहे हे, जिन कार्यो से फायदा तो हो सकता हे लेकिन समस्याओं का समाधान और बेहतरीन सामाजिक कार्य का मकसद पुरा नही होता हे,हम इस लेख के बाद सामाजिक कार्यो के उद्देश्य कैसे बनाये और क्या बनाये इस पर आने वाले लेख मे आपके सामने बात रखेंगे।
बिना उद्देश्य के कार्यो को लेकर आपके कार्य समाज के लिये सही नही हो सकते हे, इसी लिये हम अपको सबसे पेहले आपका लक्ष्य टार्गेट क्या होना चाहिये इसपर विस्तार से इस लेख मे आपके सामने रखते हे.
सबसे पेहले हमे हमारे कार्यो को लेकर कुच बाते समझना जरुरी हे, सामाजिक कार्यो मे हमारे जिवन के अंदर बहोत उतार चढाव आते हे जिसके लिये हमे सबसे पेहले हमे मानसिक तैयार रेहना जरुरी हे,और जब सामाजिक कार्य मे बदलाव और मानवजाति को गुलामी से बचाने को लेकर हप तो बहोत सी गंभीर परिस्थितियों का सामना करना पड सकता हे, जिसमे हमारे परिवारिक और सामाजिक समस्या के साथ सरकार और सिस्टम की बाधाएँ आने लगती हे, लेकिन हमे एसी समस्याओं से भागना नहीं चाहिये बलके हमे अपने आपको हमेशा एसी समस्याओं का सामना करने तैयार रेहना जरुरी हे.
होसला हमेशा बुलंद रखना जरुरी हे. हमारी शायरी आपके सामाजिक कार्य के होसले के नाम.
बुलंद इरादों को लेकर चल, साथ मे कुरबानी देते चल,
खुदा तेरा मददगार होगा इस बात पर विश्वास करते चल.
अब बात करते हे हमारे सामाजिक कार्यो के 25% टार्गेट के बारे मे इसमे कैसे हासिल करना हे .उसके उपर चर्चा करेंगे।
नंबर 1
संस्थान नये पुराने 5% :- इसको और बेहतर तरिके से समझने की कोशिश करेंगे. आपके उद्देश्य और मकसद से जुडे संस्थान नये और पुराने तमाम का रिसर्च करो इनमे से कोन वर्तमान समय मे एक्टिव (सक्रिय) हे,उसका अभ्यास करते हुये उनमे से हमे सिर्फ पांच % संस्थान को हमारे साथ जोडना हे, अगर किसी जगाह पर हमारे पास कोइ संस्थान नहीं हे,एसे मे हमे वंहा हमे नये संस्थान तैयार करते हुये हमारे साथ जोडना हे,उनसे हमे हमारे उद्देश्य को लेकर सहयोगी बनाते हुये हमारे पांच % शक्ति को हासिल करना हे.
नंबर 2
समय के अभाव चलते लेख बाद मे पुरा करेंगे.