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Thursday, 14 May 2020

एकता और संगठन को लेकर WhatsApp मेसेज

अस्सलामू अलयकूम
अल्लाह जल्ल शानहु की मुकद्दस पाक जात ही हर काम को अकेले करने में कुदरत रखती हैं। दुनिया का कोई भी व्यक्ति किसी भी काम को अकेले नहीं कर सकता हमारे सामने नबी ए आखीरुज्जमा की मुकद्दस ज़िन्दगी की मिशाल है। हमें कोई भी काम को करने के लिए टीम की जरुरत होती है। हमारे नबी ने भी अपने मिशन को कामयाब करने के लिए अपने मुकद्दस सहाबा किराम की टीम बनाई और उनसे काम लेकर दिन को मजबूती प्रदान किया। 
आज हमारे सामने अगर कोई व्यक्ति तलवार लेकर आ जाये तो हम ज़िन्दगी भर उसे अपना दुश्मन मानेंगे मगर कुर्बान जाइये आमेना के लाल पर जब उमर तलवार लेकर सामने आये तो अल्लाह से दुआ की अय मेरे रब तू उमर को मेरी टीम में सामील करदे और हुआ भी ऐसा उमर इमान ले आये उसके बाद आपने दिन के लिए जो खिदमत अंजाम दिया उस से हम सब वाकिफ हैं। मेरे आका मदीने के ताजदार ने अपने मुकद्दस सहाबा किराम की टीम से ऐसे कारनामे अंजाम दिये जो आज हमारे लिए एक मिसाल है। हमें भी उन्हीं के नक्शे कदम पर चलना है। आप जो काम टीम वर्क से कर सकते हैं वह अकेले नहीं कर सकते।आज हमारे बहुत से संगठन काम कर रहे हैं मगर अफसोस की एक भी संगठन कामयाब नही होता इस की वजह यही है कि हमारे पास टीम वर्क नहीं है एक दूसरे से सही तालमेल नहीं है कोई डीसीप्लिन नहीं यही वजह है कि हम अपने मिशन में कामयाब नहीं हो पा रहे। हमें अपने मिशन को कामयाब करने के लिए सभी संगठनों को एक साथ मिलकर एक मजबूत टीम वर्क से काम करना पड़ेगा तब जाकर हम अपने समाज को कामयाबी के रास्ते ले जा सकेंगे। हमें अब सकारात्मक सोच के साथ एक दूसरे से विचार-विमर्श कर सब को साथ लेकर चलना होगा।चाहे वह सामाजिक संगठन हो या राजकीय सन्गठन हो तभी हम अपने समाज और देश को मजबूती प्रदान कर सकते हैं
🙏🙏🙏
राष्ट्रीय मुस्लिम महासभा
खम्भात तहसील अध्यक्ष
अमीरुद्दीन मलेक

7/11 मुंबई विस्फोट: यदि सभी 12 निर्दोष थे, तो दोषी कौन ❓

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